इस फाइनेंशियल ईयर (2025-26) में कई सैलरीड टैक्सपेयर्स और पेंशनर्स के नई टैक्स रीजीम में स्विच करने की उम्मीद है। इनकम टैक्स की नई रीजीम में टैक्स स्लैब्स ज्यादा हैं, टैक्स के रेट्स कम हैं और सालाना 12 लाख रुपये तक की इनकम टैक्स-फ्री है। हालांकि, नई रीजीम में ओल्ड रीजीम की तरह डिडक्शंस और एग्जेम्प्शंस के फायदे नहीं हैं। हालांकि, कुछ डिडक्शंस और बेनेफिट्स नई रीजीम में भी हैं।