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LIC Nivesh Plus Plan में एक बार निवेश करके पा सकते हैं मोटा रिटर्न, जानें इस पॉलिसी की खास बातें

LIC का निवेश प्लस प्लान सिंगल प्रीमियम, नॉन पार्टिसिपेटिंग, यूनिट-लिंक्ड और व्यक्तिगत जीवन बीमा है, जो पॉलिसी की अवधि के दौरान बीमा के साथ निवेश का भी विकल्प देता है

MoneyControl Newsअपडेटेड Mar 10, 2021 पर 8:24 AM
LIC Nivesh Plus Plan में एक बार निवेश करके पा सकते हैं मोटा रिटर्न, जानें इस पॉलिसी की खास बातें

लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन (LIC) समय-समय पर लोगों की जरूरतों के हिसाब से इंश्योरेंस प्लान लॉन्च करती है। LIC में निवेश करने पर लाइफ कवर तो मिलता ही है, साथ में मेच्योरिटी पर अच्छा-खासा रिटर्न भी मिलता है। LIC की सबसे खास बात यह है कि इसमें लगाया गया पैसा कभी डूब नहीं सकता, क्योंकि सरकार यहां जमा राशि पर सॉवरेन गारंटी (Sovereign Guarantee) देती है। LIC का निवेश प्लस प्लान (LIC Nivesh Plus) सिंगल प्रीमियम, नॉन पार्टिसिपेटिंग, यूनिट-लिंक्ड और व्यक्तिगत जीवन बीमा है, जो पॉलिसी की अवधि के दौरान बीमा के साथ निवेश का भी विकल्प देता है।

इस प्लान को आप ऑफलाइन के साथ-साथ ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं। पॉलिसी लेने वाले को बेसिक सम एश्योर्ड चुनने की भी सुविधा है। सम एश्योर्ड के विकल्प सिंगल प्रीमियम के 1.25 गुना या सिंगल प्रीमियम के 10 गुना हैं। इस प्लान में 4 तरह के फंड उपलब्ध हैं। ये हैं बॉन्ड फंड, सिक्योर्ड फंड, बैलेंस्ड फंड और ग्रोथ फंड। इनमें से किसी में आप अपनी इच्छा के मुताबिक निवेश कर सकते हैं।

LIC Nivesh Plus प्लान लेने के लिए मिनिमम प्रवेश आयु 90 दिन से 65 साल है। वहीं पॉलिसी का टेन्योर 10 से 35 साल है और लॉक-इन पीरियड 5 साल है। प्रीमियम पर मिनिमम लिमिट 1 लाख रुपये है, यानी आपको इसमें कम से कम 1 लाख रुपये निवेश करना होगा। वहीं, इसमें निवेश की कोई मैक्सिमम लिमिट नहीं है। अधिकतम मैच्योरिटी आयु 85 साल है। यदि पॉलिसीहोल्डर पॉलिसी टर्म तक जिंदा रहता है, तो उसे मैच्योरिटी बेनिफिट प्राप्त होता है, जो यूनिट फंड मूल्य के बराबर होता है। यह पॉलिसी अवधि समाप्त होने के बाद मिलता है।

इसके अलावा कंपनी फ्री-लुक पीरियड अपने ग्राहक को देती है। यदि कंपनी से पॉलिसी सीधे खरीदी जाती है तो 15 दिन और ऑनलाइन खरीदी जाती है तो 30 दिन का फ्री-लुक पीरियड मिलता है। इस दौरान ग्राहक पॉलिसी को वापस कर सकते हैं।

ऐसे काम करती है पॉलिसी

यदि पॉलिसी अवधि के दौरान बीमाधारक की मृत्यु हो जाती है, तो नॉमिनी डेथ बेनिफिट प्राप्त करने का हकदार है। यदि पॉलिसीधारक की मृत्यु जोखिम शुरू होने की तारीख से पहले ही हो जाती है तो यूनिट फंड वैल्यू के बराबर राशि नॉमिनी को मिलती है। एलआईसी निवेश प्लस प्लान में कंपनी ग्राहकों को 6वीं पॉलिसी वर्ष के बाद आंशिक निकासी करने की अनुमति देती है। नाबालिगों के मामले में 18 वर्ष की आयु के बाद आंशिक निकासी की अनुमति मिलती है।

इस पॉलिसी में बीमा खरीदने वाले व्यक्ति को एक बार में ही पेमेंट (one-time payment) करना होता है। इस फंड को LIC पॉलिसीहोल्डर के प्रिफरेंस के मुताबिक इंवेस्ट करती है। इसमें आप पॉलिसी का ड्यूरेशन 10 से 25 साल के बीच चुन सकते हैं।

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