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ITR filing 2025: बैंक FD से ज्यादा ब्याज के साथ टैक्स छूट भी चाहिए? इन 5 सरकारी स्कीम में करें निवेश

ITR filing 2025: रेपो रेट में कटौती के बाद कई बैंकों ने FD पर ब्याज दर घटा दी है। इससे उन निवेशकों का नुकसान हो रहा है, जो परंपरागत तौर पर अच्छे रिटर्न के FD पर निर्भर रहते हैं। इनमें खासकर सीनियर सिटिजंस शामिल हैं। जानिए 5 छोटी बचत योजनाओं के बारे में, जो बैंक एफडी से अच्छा रिटर्न देने के साथ टैक्स छूट का भी लाभ देंगी।

Suneel Kumarअपडेटेड Jul 09, 2025 पर 4:22 PM
ITR filing 2025: बैंक FD से ज्यादा ब्याज के साथ टैक्स छूट भी चाहिए? इन 5 सरकारी स्कीम में करें निवेश
छोटी बचत योजनाएं अच्छा रिटर्न देने और टैक्स बचाने के साथ पोर्टफोलियो में विविधता भी लाती हैं।

ITR filing 2025: सरकार ने जुलाई-सितंबर 2025 तिमाही के लिए छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। ऐसे में पोस्ट ऑफिस फिक्स्ड डिपॉजिट (FD), नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC), पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) और सीनियर सिटिजन्स सेविंग्स स्कीम (SCSS) जैसी योजनाएं निवेशकों के लिए बैंकों की एफडी की तुलना में ज्यादा आकर्षक बनी हुई हैं। इनमें अधिक रिटर्न के साथ इनकम टैक्स छूट का भी लाभ मिलता है।

फाइनेंशियल एक्सपर्ट के मुताबिक, जहां एक ओर रेपो रेट कटौती के चलते बैंकों में जमा पर मिलने वाला ब्याज घट रहा है, वहीं छोटी बचत योजनाएं फिलहाल बेहतर और स्थिर रिटर्न दे रही हैं। इन स्कीमों में निवेश करने पर आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत ₹1.5 लाख तक की कटौती का भी लाभ मिल सकता है, बशर्ते निवेशक पुरानी टैक्स व्यवस्था को अपनाते हों।

बैंक एफडी से ऊंचे रिटर्न

फाइनेंशियल एडवाइजरी फर्म मनी मंत्रा के फाउंडर विरल भट्ट के मुताबिक, 'इन योजनाओं की लोकप्रियता इसलिए भी है क्योंकि इनमें सरकार गारंटी देती है और ब्याज दरें अचानक कम नहीं होतीं। छोटे निवेशक और वरिष्ठ नागरिक, जो पूंजी की सुरक्षा और निश्चित रिटर्न को प्राथमिकता देते हैं, उनके लिए ये स्कीमें आदर्श विकल्प हैं।'

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