इंडिया में इंश्योरेंस इंडस्ट्री की बुनियाद काफी हद तक इनकम टैक्स पॉलिसी पर निर्भर रही है। इनकम टैक्स नियमों में लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी (Life Insurance Policy) खरीदने पर टैक्स-छूट मिलती है। देश की सबसे बड़ी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी LIC का जन्म 1956 के एक एक्ट के जरिए हुआ था। आज इसकी मजबूत स्थिति में इंश्योरेंस पॉलिसी पर मिलने वाली टैक्स छूट का बड़ा हाथ है। एलआईसी की करोड़ों पॉलिसीज टैक्स बचाने वाले हथियार के रूप में बेची गई है। LIC के चेयरमैन ने खुद यह कहा है कि कंपनी की कुल सालाना प्रीमियम का करीब आधा हिस्सा जनवरी, फरवरी और मार्च में आता है। इसकी वजह यह है कि 31 मार्च की डेडलाइन करीब आने पर लोग लाइफ इंश्योरेंस प्रोडक्ट्स खरीदने में ज्यादा दिलचस्पी दिखाते हैं। लोग बगैर ज्यादा सोचेसमझे टैक्स घटाने के लिए जो इंश्योरेंस पॉलिसी ऑफर की जाती है, उनमें निवेश कर देते हैं।