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चांदी की चमक आगे भी बनी रहेगी, आईसीआईसीआई प्रू एएमसी ने बताई इसकी वजह

आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एसेट मैनेजमेंट कंपनी (एएमसी) का कहना है कि इस करेक्शन के बावजूद लंबी अवधि के लिहाज से चांदी का अट्रैक्शन बना हुआ है। एएमसी की दलील है कि चांदी का इंडस्ट्रियल इस्तेमाल बढ़ रहा है। इसके अलावा इनफ्लेशन के निगेटिव असर से बचाने में चांदी की भूमिका बनी हुई है

MoneyControl Newsअपडेटेड Nov 03, 2025 पर 5:42 PM
चांदी की चमक आगे भी बनी रहेगी, आईसीआईसीआई प्रू एएमसी ने बताई इसकी वजह
बीते तीन सालों में चांदी के रिटर्न का कंपाउंडेड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR) करीब 30 फीसदी रहा है।

चांदी में हाल में आई गिरावट ने इनवेस्टर्स को डरा दिया है। लेकिन, इनवेस्टर्स को डरने की जरूरत नहीं है। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एसेट मैनेजमेंट कंपनी (एएमसी) का कहना है कि इस करेक्शन के बावजूद लंबी अवधि के लिहाज से चांदी का अट्रैक्शन बना हुआ है। एएमसी की दलील है कि चांदी का इंडस्ट्रियल इस्तेमाल बढ़ रहा है। इसके अलावा इनफ्लेशन के निगेटिव असर से बचाने में चांदी की भूमिका बनी हुई है। इस वजह से आगे भी इसकी कीमतों में मजबूती जारी रहेगी।

निवेश के साथ ही कई इडस्ट्री में चांदी का इस्तेमाल

आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एएमसी में प्रिंसिपल (इनवेस्टमेंट स्ट्रेटेजी) चिंतन हरिया ने कहा कि Silver का इस्तेमाल दो तरह से होता है, जिसकी वजह से इस पर कमोडिटी मार्केट में उतारचढ़ाव का ज्यादा असर नहीं पड़ता। सोने की तरह चांदी सुरक्षित निवेश का माध्यम है। इसके अलावा कई इंडस्ट्रीज में इसका इस्तेमाल होता है। उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री में इस्तेमाल की वजह से इकोनॉमिक ग्रोथ बढ़ने पर चांदी की डिमांड बढ़ती है।

बीते तीन सालों में चांदी के रिटर्न का सीएजीआर 30 फीसदी

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