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SBI बंद कर देगा अपनी mCASH सर्विस, ग्राहकों को नहीं मिलेगी 30 नवंबर से ये सर्विस

SBI: देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने अपने करोडों ग्राहकों को लिए अलर्ट जारी किया है। SBI बैंक 30 नवंबर 2025 से अपनी एक अहम सर्विस बंद करने वाला है। एसबीआई ने कहा कि बैंक अपनी पुरानी सर्विस mCASH सेंडिंग और क्लेमिंग को 30 नवंबर 2025 के बाद पूरी तरह बंद कर देगा

MoneyControl Newsअपडेटेड Nov 17, 2025 पर 10:53 AM
SBI बंद कर देगा अपनी mCASH सर्विस, ग्राहकों को नहीं मिलेगी 30 नवंबर से ये सर्विस
SBI: देश के सबसे बड़े सरकार बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने अपने करोडों ग्राहकों को लिए अलर्ट जारी किया है।

SBI: देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने अपने करोडों ग्राहकों को लिए अलर्ट जारी किया है। SBI बैंक 30 नवंबर 2025 से अपनी एक अहम सर्विस बंद करने वाला है। एसबीआई ने कहा कि बैंक अपनी पुरानी सर्विस mCASH सेंडिंग और क्लेमिंग को 30 नवंबर 2025 के बाद पूरी तरह बंद कर देगा। यह सर्विस अभी OnlineSBI और YONO Lite ऐप में ही मिलती है।

SBI ने अपनी वेबसाइट पर कहा है कि ग्राहक पैसे भेजने के लिए अब UPI, IMPS, NEFT, RTGS जैसे लेटेस्ट और तेज विकल्पों का इस्तेमाल कर रहे हैं

mCASH क्या है?

mCASH SBI की एक पुरानी इंस्टेंट मनी ट्रांसफर सर्विस है, जिसमें पैसे भेजने के लिए बेनिफिशियरी को पहले रजिस्टर करने की जरूरत नहीं पड़ती थी। सिर्फ मोबाइल नंबर या ईमेल आईडी डालकर किसी को भी पैसे भेजे जा सकते थे। इसमें प्रति ट्रांजैक्शन 2.50 रुपये चार्ज लगता था। इसमें किसी भी बैंक अकाउंट से पैसा लिया जा सकता था। पैसे भेजने पर रिसीवर को एक लिंक SMS या ईमेल से मिलता था और SBI एक 8-अंकों का पासकोड भेजता था। रिसीवर इस पासकोड का इस्तेमाल करके mCASH पेज पर पैसा क्लेम करता था।

mCASH क्यों बंद किया जा रहा है?

SBI ने इस सर्विस को बंद करने के दो मुख्य कारण बैंक ने बताए हैं। UPI की बढ़ती लोकप्रियता के कारण आज छोटे और तुरंत होने वाले ट्रांजेक्शन के लिए लगभग सभी लोग UPI का इस्तेमाल कर रहे हैं। पुरानी तकनीक mCASH अब UPI और IMPS जैसे आधुनिक सिस्टम की तुलना में धीमी और कम उपयोगी माने जा रहे हैं।

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