स्टॉक मार्केट्स में जारी गिरावट ने निवेशकों को बड़ा जख्म दिया है। कई इनवेस्टर्स के निवेश की वैल्यू 30-40 फीसदी तक गिर गई है। उन्हें मार्केट में गिरावट बढ़ने का डर सता रहा है। इसलिए पैसा होने के बावजूद शेयरों में लगाने को तैयार नहीं हैं। पैसा बैंक के सेविंग्स अकाउंट में रखने में भी उन्हें फायदे की जगह नुकसान नजर आता है। बैंक के सेविंग्स अकाउंट में इंटरेस्ट 3-4 फीसदी के बीच है। इनफ्लेशन इससे ज्यादा है। इसका मतलब है कि बैंक में रखे उनके पैसे की वैल्यू बढ़ने की जगह घटेगी। ऐसे में उनके पास सोने में विकल्प का निवेश है। सोने में निवेश को एक तरह से रिस्क-फ्री माना जाता है। दरअसल यह निवेश का सबसे सुरक्षित विकल्प है।