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SIP अमाउंट बढ़ाना क्यों है जरूरी? निवेश में गलती से भी न करें ये भूल!

SIP राशि समय-समय पर बढ़ाने से आपके निवेश पर कंपाउंडिंग का ज्यादा फायदा होता है, जिससे लम्बी अवधि में रिटर्न बेहतर होते हैं। बिना SIP राशि बढ़ाए निवेश जारी रखने से आपकी कमाई सीमित रह सकती है और महंगाई को ध्यान में रखते हुए यह रणनीति निवेशकों के वित्तीय लक्ष्यों के लिए नुकसानदायक हो सकती है।

Edited By: Shradha Tulsyanअपडेटेड Nov 19, 2025 पर 3:38 PM
SIP अमाउंट बढ़ाना क्यों है जरूरी? निवेश में गलती से भी न करें ये भूल!

सिस्टेमैटिक इंस्टालमेंट प्लान (SIP) म्यूचुअल फंड निवेशकों के बीच सबसे लोकप्रिय तरीका है, लेकिन कई निवेशक SIP में एक बड़ी गलतियां करते हैं जो उनके रिटर्न को कम कर सकती है। आइए जानते हैं कि क्या होती है ये गलतियां और इससे बचने का तरीका।

SIP में निवेश की राशि को समय-समय पर बढ़ाना जरूरत पड़ती है, जिसे SIP टॉप-अप कहते हैं। इस टॉप-अप से निवेश की पावर बढ़ती है और मार्केट की बेहतर कमाई का फायदा उठाया जा सकता है। मगर, कई लोग इसे नहीं करते, जो उनकी लम्बी अवधि की कमाई को प्रभावित करता है। SIP टॉप-अप से निवेश बढ़ाने का मकसद है पैसे की बढ़ती जरूरतों और महंगाई के साथ अपने निवेश को भी कम से कम रुकावट के बिना बढ़ाते रहना। इससे निवेशक का रिटर्न भी बेहतर होता है और पूंजी भी तेजी से बढ़ती है।

वहीं दूसरी ओर, अगर आप SIP राशि को प्रारंभिक स्तर पर ही रोक देते हैं, तो आपके निवेश की वृद्धि सीमित हो जाती है, खासकर आज के महंगाई भरे समय में। SIP में नियमित टॉप-अप से न केवल निवेश में अनुशासन आता है, बल्कि यह आपको बेहतर वित्तीय लक्ष्य हासिल करने में मदद करता है। बाजार के उतार-चढ़ाव में भी अधिक अमाउंट के साथ आपकी पोजीशन मजबूत रहती है।

इसलिए, निवेशकों को चाहिए कि वे अपने SIP अमाउंट को समय-समय पर बढ़ाते रहें। शुरुआत में ₹500 या ₹1000 से निवेश शुरू करें, लेकिन जैसे-जैसे आपकी आय और वित्तीय स्थिति बेहतर हो, SIP राशि बढ़ाएं। इससे लंबी अवधि में आपका पोर्टफोलियो मजबूत होगा और बेहतर लाभ प्राप्त होगा।

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