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Chaitra Navratri 2025: इस शुभ मुहूर्त में करें कलश स्थापना, जानें क्या है पूजा विधि

Chaitra Navratri 2025: चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है और आखिरी दिन राम नवमी मनाई जाती है। चैत्र नवरात्रि मार्च-अप्रैल में होती है और इसी दिन से हिंदू नववर्ष भी शुरू होता है। नवरात्रि में अखंड ज्योत जलाने और कलश स्थापना का खास महत्व होता है

MoneyControl Newsअपडेटेड Mar 30, 2025 पर 12:12 AM
Chaitra Navratri 2025: इस शुभ मुहूर्त में करें कलश स्थापना, जानें क्या है पूजा विधि
हिंदू धर्म में नवरात्रि में अखंड ज्योत जलाने और कलश स्थापना का काफी महत्व होता है

Chaitra Navratri 2025: हिंदू धर्म में नवरात्रि का काफी महत्व होता है। हिंदू धर्म में नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। आखिरी दिन राम नवमी मनाई जाती है। आपको बता दें साल में नवरात्रि साल में चार बार आती है, जिसमे से दो गुप्त नवरात्रि और दो चैत्र और शारदीय प्रमुख नवरात्रि मानी जाती हैं। चैत्र नवरात्रि की शुरुआत मार्च-अप्रैल में शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होती है। वहीं शारदीय नवरात्रि आश्विन मास में आती है।

चैत्र महीने के पहले दिन से ही हिंदू नववर्ष की शुरुआत होती है। हिंदू धर्म में नवरात्रि में अखंड ज्योत जलाने और कलश स्थापना का काफी महत्व होता है। आइए जानते हैं क्या है कलश स्थापना विधि और शुभ मुहूर्त

क्या है घटस्थापना का शुभ मुहूर्त

वैदिक पंचांग के अनुसार,30 मार्च, रविवार को चैत्र नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना का शुभ समय सुबह 6:13 से 10:22 बजे तक रहेगा इसके अलावा, अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:01 से 12:50 बजे तक रहेगा, जिसमें 50 मिनट का समय मिलेगा। घटस्थापना अभिजीत मुहूर्त में भी किया जा सकता है।

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