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Vijayadashmi 2025 Upay: आज घर की इन जगहों पर जरूर जलाएं दीया, चमक उठेगी किस्मत

Vijayadashmi 2025 Upay: दशहरा का पर्व हमारे देश में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। बुराई पर अच्छाई की जीत का ये पर्व घर में और जीवन में शुभता लाने वाला होता है। इस दिन घर के कुछ विशेष स्थानों पर दीया जलाने से सोई किस्मत चमक उठती है। आइए जानें इसके बारे में

MoneyControl Newsअपडेटेड Oct 01, 2025 पर 11:06 PM
Vijayadashmi 2025 Upay: आज घर की इन जगहों पर जरूर जलाएं दीया, चमक उठेगी किस्मत
दशहरा का पर्व नवरात्रि के समापन और दिवाली के आगमन का संकेत देता है।

Vijayadashmi 2025 Upay: दशहरा का त्योहार हमारे देश में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। ये त्योहार हर साल अश्विन मास की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। इस साल ये त्योहार 2 अक्टूबर 2025 को मनाया जाएगा। बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक इस पर्व पर रावण दहन किया जाता है और लोग उत्सव की तरह इस मौके को मनाते हैं। ये हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, इसी दिन भगवान श्रीराम ने लंकापति रावण का वध कर अधर्म पर धर्म की विजय प्राप्त की थी।

मां दुर्गा ने महिषासुर नामक राक्षस का अंत भी इसी दिन किया था। ये पर्व अधर्म पर धर्म की जीत का प्रतीक ही नहीं है, बल्कि इस दिन कुछ उपाय करने से सोई किस्मत भी जाग उठती है। इन्हीं में से एक उपाय है घर के 5 स्थानों पर दीपक जलाने का। शास्त्रों के अनुसार, दशहरा का पर्व नवरात्रि के समापन और दिवाली के आगमन का संकेत देता है। इस दिन दीपक जलाना अमंगल को टालने और जीवन की बाधाओं को दूर करने का प्रतीक माना जाता है।

घर का मुख्य द्वार

घर का मुख्य द्वार मां लक्ष्मी के प्रवेश का स्थान माना जाता है। दशहरे की रात घर के मुख्य द्वार पर चार मुंह वाला दीया जलाना अत्यंत शुभ माना जाता है। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है। घर राहु के बुरे प्रभाव से दूर रहता है और जीवन में नए अवसर आते हैं।

शमी वृक्ष के नीचे

दशहरा के दिन शमी वृक्ष के नीचे भी दीपक जलाना शुभ होता है। शमी के पेड़ को विजय, सौभाग्य और धन का प्रतीक माना जाता है। मान्यता है कि भगवान राम ने लंका जाने से पहले शमी वृक्ष की पूजा की थी। अगर घर में शमी का पौधा नहीं है, तो आप किसी मंदिर में शमी वृक्ष के नीचे दीपक जला सकते हैं।

पूजा स्थान

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