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Navratri 2025: नौ दिनों के व्रत का पारण करने के जान लें नियम, नहीं होगा कंफ्यूजन

Navratri 2025: शारदीय नवरात्र का पर्व हर साल अश्विन मास की शुक्ल पक्ष् की प्रतिपदा से दशमी तक किया जाता है। इस दौरान बहुत से भक्त नौ दिनों का उपवास भी करते हैं। नौ दिनों के व्रत के पारण को लेकर भक्तों में भ्रम रहता है। आइए जानते हैं व्रत का पारण नवमी या दशमी में से कब करना चाहिए

MoneyControl Newsअपडेटेड Oct 01, 2025 पर 3:07 PM
Navratri 2025: नौ दिनों के व्रत का पारण करने के जान लें नियम, नहीं होगा कंफ्यूजन
नौ दिनों के उपवास के बाद व्रत का पारण करना भी इस पूरे धार्मिक अनुष्ठान का बहुत अहम हिस्सा होता है।

Navratri 2025: शारदीय नवरात्र का पर्व अब अपने समापन पर पहुंच चुका है। आज पूरे देश में महानवमी का त्योहार मनाया जा रहा है। नवरात्र में भक्त मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा करते हैं। यह उत्सव न सिर्फ भक्ति और श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि साधकों के लिए साहस, मानसिक शक्ति और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त करने का अवसर भी है। इस पर्व में लोग नौ दिनों का उपवास भी करते हैं।

नौ दिनों के उपवास के बाद व्रत का पारण करना भी इस पूरे धार्मिक अनुष्ठान का बहुत अहम हिस्सा होता है। इस साल शारदीय नवरात्र का पर्व 22 सितंबर से 01 अक्टूबर के बीच मनाया गया। इसके बाद 02 अक्टूबर को बुराई पर अच्छाई की विजय के प्रतीक के रूप में दशहरा मनाया जाएगा। नवरात्र के नौ दिन व्रत रखने वाले भक्तों में व्रत के पारण को लेकर अलग-अलग मान्यताएं हैं। आइए जानते हैं कि नवरात्र की पूरी अवधि में व्रत करने पर उसका पारण किस दिन करना उचित रहेगा। इस मामले में भक्तों में भ्रम भी है।

नवमी के दिन व्रत का पारण

अगर आपने शारदीय नवरात्र की प्रतिपदा से व्रत किया है तो पारंपरिक रूप से नवमी के दिन व्रत का पारण करना शुभ माना जाता है। नवमी को व्रत खोलते समय भक्ति के साथ मां के चरणों में प्रार्थना करते हैं और आभार जताते हैं।

दशमी पर पारण करना

कई भक्त नवरात्र के व्रत का पारण दशहरा (विजयादशमी) के दिन भी करते हैं। यह दिन माता दुर्गा की और भगवान राम की महाविजय के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है, इसलिए इस दिन पारण करना बहुत शुभ माना जाता है।

किसी भी करें पारण

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