नवरात्रि का सातवां दिन, जिसे महासप्तमी कहा जाता है, मां दुर्गा के सातवें स्वरूप मां कालरात्रि को समर्पित है। मां कालरात्रि को अत्यंत शक्तिशाली और दुष्ट संहारक देवी माना जाता है। जब-जब धरती पर अधर्म और अन्याय बढ़ता है, तब देवी कालरात्रि प्रकट होकर असुरों का विनाश करती हैं। उनका स्वरूप भले ही अंधकारमय और विकराल हो, लेकिन वह सद्गुणी भक्तों की रक्षक और कल्याणकारी हैं। मां कालरात्रि की पूजा करने से भय, शत्रु और नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है। जो भक्त श्रद्धा और सच्चे मन से उनकी आराधना करता है, उसे अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता।
