हिंदू वर्ष में अहम स्थान रखने वाला सावन का पवित्र महीना अब समापन की ओर है। इस महीने के बाद भाद्रपद मास शुरू होता है। इसमें भी कई प्रमुख व्रत और त्योहार आते हैं, जिन्हें पूरे देश में बड़ी श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जाता है। इनमें से एक व्रत है हरतालिका तीज का। इसे शादीशुदा महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए करती हैं। यह व्रत भादों मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इस दिन शिव-पार्वती की मूर्ति मिट्टी से बनाकर उसकी पूजा की जाती है और निर्जला उपवास किया जाता है। हरतालिका तीज का त्योहार खासतौर से उत्तर भारत में मनाया जाता है। यह देवी पार्वती और भगवान शिव के दिव्य मिलन का प्रतीक है।