Sharad Purnima 2025: हिंदू धार्मिक परंपराओं में शरद पूर्णिमा को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन चंद्रमा धरती के सबसे निकट होता है और इसे साल की 12 पूर्णिमा में सबसे खूबसूरत माना जाता है। अश्विन मास की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा कहते हैं। इस दिन से जुड़ी कई मान्यताओं में से एक इस दिन लक्ष्मी जी का जन्म होना भी है। इसके अलावा, माना जाता है कि इस दिन चंद्रमा अपनी 16 कलाओं से परिपूर्ण हो कर अमृत की वर्षा करते हैं। इसलिए शरद पूर्णिमा की रात को चंद्रमा की चांदनी में खीर बनाकर रखने की परंपरा है। इस दिन चंद्रमा को अर्घ्य देने और सूरज उगने से पहले इस खीर का सेवन करने से व्यक्ति को रोगों से छुटकारा मिलता है।