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Black Moon 2025: 23 अगस्त को होने जा रही है दुर्लभ खगोलीय घटना, चूके तो 2027 में मिलेगा मौका

Black Moon 2025: इस साल आसमान में होने वाली कुछ दुर्लभ खगोलीय घटनाओं में से एक है ये। घबराइए नहीं, चांद का रंग काला नहीं होने जा रहा है। न ही ये आसमान से गायब होगा, ये एक घटना है जो कुछ महीनों के अंतराल पर होती रहती है। आइए जानें इसके बारे में

MoneyControl Newsअपडेटेड Aug 14, 2025 पर 5:25 PM
Black Moon 2025: 23 अगस्त को होने जा रही है दुर्लभ खगोलीय घटना, चूके तो 2027 में मिलेगा मौका
23 august 2025 को होगा मौसमी ब्लैक मून, जब एक सीजन में होंगी चार अमावस्या।

Black Moon 2025: एक महीने में जब दो अमावस्याएं होती हैं, उसे ब्लैक मून कहते हैं। यह दुर्लभ खगोलीय घटना हर 29 महीनों में एक बार होती है। वहीं, एक खगोलीय मौसम चार अमास्याएं होने पर आखिरी या चौथी अमावस्या को मौसमी ब्लैक मून कहते हैं। इस साल 23 अगस्त को मौसमी ब्लैक मून होगा। इसके बाद सीधे 2027 में ये घटना होगी।

क्या है ब्लैक मून

अंग्रेजी कैलेंडर में आमतौर से एक महीने में एक अमावस्या और एक पूर्णिमा होते हैं। लेकिन जब एक महीने में दो अमावस्या होती है, तो दूसरी अमावस्या ब्लैक मून कहलाती है। अमावस्या के दिन चंद्रमा, धरती और सूरज एक सीधी रेखा में होते हैं। चंद्रमा का उजला हिस्सा पृथ्वी से दूर होता है, जिससे वह दिखाई नहीं देता है।

29 महीने में एक बार होता है ब्लैक मून

ब्लैक मून एक खगोलीय घटना है, जो हर 29 महीने में एक बार होती है या एक खगोलीय सीजन में चार अमावस्याएं होने पर होता है। चौथी अमावस्या को ब्लैक मून कहा जाता है। इसकी अवधारणा ब्लू मून से उलट है, जो फुल मून या पूर्णिमा के लिए कहा जाता है। ब्लैक मून में चंद्रमा धरती और सूरज के बीच होता है, जिससे उसे साधारण आंखों से देखना संभव नहीं होता है।

चंद्रमा हर साल 12.37 बार धरती का चक्कर लगाता है, जिससे 12 अमावस्या आती हैं। कभी-कभी समय की वजह से 13 अमावस्या भी हो जाती हैं। यही वजह है कि एक मौसम में चार नए चांद या अमावस्या आ जाती हैं। इस बार का ब्लैक मून और भी खास है क्योंकि ये पर्सिड उल्का वर्षा के कुछ ही दिनों बाद हो रहा है। इससे तारों पर रिसर्च करने वाले लोगों को अच्छा समय मिल सकेगा।

ब्लैक मून का असर

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