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Independence Day 2025: जानिए तिरंगे में अशोक चक्र का असली महत्व और हर तीली का संदेश

15 अगस्त (Independence Day 2025) पर ध्वजारोहण किया जाता है। तिरंगे के बीच का नीला अशोक चक्र खास संदेश रखता है। इसमें 24 तीलियां होती हैं, जो इंसान के 24 महत्वपूर्ण गुणों का प्रतीक हैं। यह चक्र हमें हमारे अधिकार और कर्तव्य याद दिलाकर सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है

MoneyControl Newsअपडेटेड Aug 14, 2025 पर 2:04 PM
Independence Day 2025: जानिए तिरंगे में अशोक चक्र का असली महत्व और हर तीली का संदेश
Independence Day 2025:अशोक चक्र को धर्मचक्र या कर्तव्य का पहिया भी कहा जाता है।

हर साल 15 अगस्त को भारतवासी अपने देश की स्वतंत्रता का जश्न बड़े उत्साह और हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं। इस दिन देशभर में झंडारोहण होता है और तिरंगा गर्व के साथ लहराता है। तिरंगे के तीन रंग केसरिया, सफेद और हरा हमारे लिए सिर्फ रंग नहीं, बल्कि महत्वपूर्ण संदेश लेकर आते हैं। केसरिया रंग हमें साहस और शौर्य का प्रतीक है, सफेद रंग शांति और सत्य का संदेश देता है, जबकि हरा रंग समृद्धि और विकास का परिचायक है।

लेकिन क्या आपने कभी गौर किया है कि तिरंगे के बीच में नीले रंग का गोल चक्र क्यों रखा गया है? इसे अशोक चक्र कहते हैं। ये सिर्फ एक डिजाइन नहीं, बल्कि इसमें 24 तीलियां हैं, जो इंसान के 24 गुणों और जिम्मेदारियों का प्रतीक हैं। ये तीलियां हमें सही मार्ग पर चलने, देश और समाज के प्रति अपने कर्तव्यों को निभाने और एकजुट राष्ट्र बनाने की सीख देती हैं। 15 अगस्त के मौके पर जब तिरंगा हवा में लहराता है, तो अशोक चक्र की ये 24 तीलियां हमें जीवन के मूल्य और आदर्श याद दिलाती हैं।

अशोक चक्र और इसकी 24 तीलियां

अशोक चक्र को धर्मचक्र या कर्तव्य का पहिया भी कहा जाता है। इसमें 24 तीलियां होती हैं, जो इंसान के 24 अच्छे गुण और सिद्धांतों का प्रतीक हैं। इसे इसलिए तिरंगे में रखा गया ताकि हर नागरिक को अपने जीवन और देश के प्रति जिम्मेदारियों की याद दिलाई जा सके। पहले तिरंगे में चरखा था, लेकिन अब ये चक्र हमें अनुशासन और कर्तव्य का महत्व बताता है।

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