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Tariff War: ट्रंप के आगे झुकने को तैयार नहीं चीन, अमेरिकी सामान पर टैरिफ बढ़ाकर किया 125%

Trade War: चीन के इस कदम से दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच ट्रेड को लेकर तनाव और बढ़ गया है। चीन पर 125 प्रतिशत के रेसिप्रोकल टैरिफ और फेंटेनाइल की सप्लाई चेन में कथित भूमिका को लेकर पहले लगाए गए 20 प्रतिशत टैरिफ को मिलाकर अमेरिकी टैरिफ का आंकड़ा 145 प्रतिशत हो गया है

Edited By: Ritika Singhअपडेटेड Apr 11, 2025 पर 3:01 PM
Tariff War: ट्रंप के आगे झुकने को तैयार नहीं चीन, अमेरिकी सामान पर टैरिफ बढ़ाकर किया 125%
चीन, अमेरिकी सामान पर टैरिफ को 12 अप्रैल से बढ़ाकर 125 प्रतिशत करेगा।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हर दांव पर चीन पलटवार कर रहा है। अमेरिका की ओर से चीन पर नए रेसिप्रोकल टैरिफ बढ़ाकर 125 प्रतिशत किए जाने के बाद चीन ने भी अमेरिकी सामान पर टैरिफ बढ़ा दिया है। चीन ने कहा है कि वह 12 अप्रैल से अमेरिकी आयात पर अपने टैरिफ को बढ़ाकर 125% करेगा। चीन पर 125 प्रतिशत के रेसिप्रोकल टैरिफ और फेंटेनाइल की सप्लाई चेन में कथित भूमिका को लेकर पहले लगाए गए 20 प्रतिशत टैरिफ को मिलाकर अमेरिकी टैरिफ का आंकड़ा 145 प्रतिशत हो गया है।

चीन के इस कदम से दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच ट्रेड को लेकर तनाव और बढ़ गया है। रॉयटर्स के मुताबिक, चीन के वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "चीन पर असामान्य रूप से हाई टैरिफ लगाने वाला अमेरिकी सरकार का कदम अंतरराष्ट्रीय और आर्थिक व्यापार नियमों, बुनियादी आर्थिक कानूनों और सामान्य ज्ञान का गंभीर उल्लंघन करता है और पूरी तरह से एकतरफा दादागिरी और जबरदस्ती है।"

ट्रंप ने 9 अप्रैल को चीन पर बढ़ाए थे टैरिफ

9 अप्रैल को ट्रंप ने घोषणा की कि वह चीन के अलावा अन्य देशों को रेसिप्रोकल टैरिफ में तुरंत प्रभाव से 90 दिन के लिए राहत दे रहे हैं। इन 90 दिनों के दौरान उन देशों पर 10 प्रतिशत का रेसिप्रोकल टैरिफ लगेगा। हालांकि कनाडा और मैक्सिको पर अतिरिक्त 10% टैरिफ नहीं लगाया जाएगा। वहीं चीनी सामान के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति ने तुरंत प्रभाव से रेसिप्रोकल टैरिफ को बढ़ा कर 125 प्रतिशत कर दिया।

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