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UK Attack: ब्रिटेन के मैनचेस्टर में यहूदी प्रार्थना स्थल पर हमला! दो लोगों की मौत, पुलिस ने हमलावर को मारी गोली

UK Attack: उत्तरी इंग्लैंड में गुरुवार को एक यहूदी प्रार्थना स्थल पर हुए हमले में दो लोगों की मौत हो गई और तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। ग्रेटर मैनचेस्टर पुलिस ने बताया कि हमले के संदिग्ध की भी मौत हो गई है। बम विशेषज्ञ इस बात की जांच कर रहे हैं कि हमलावर के पास कोई विस्फोटक उपकरण था या नहीं

Akhilesh Nath Tripathiअपडेटेड Oct 02, 2025 पर 6:18 PM
UK Attack: ब्रिटेन के मैनचेस्टर में यहूदी प्रार्थना स्थल पर हमला! दो लोगों की मौत, पुलिस ने हमलावर को मारी गोली
UK Attack: अज्ञात शख्स ने चाकू से वार करने के बाद लोगों को गाड़ी से टक्कर मारी

UK Attack: उत्तरी इंग्लैंड के मैनचेस्टर स्थित एक यहूदी धर्म स्थल के बाहर गुरुवार (2 अक्टूबर) को हुए हमले में दो लोगों की मौत हो गई। जबकि इस हमले में तीन अन्य लोग घायल हो गए हैं। अज्ञात शख्स ने चाकू से वार करने के बाद लोगों को गाड़ी से टक्कर मारी। इसके बाद संदिग्ध को पुलिस ने गोली मार दी है। 'द गार्जियन' ने ग्रेटर मैनचेस्टर पुलिस (GMP) के एक बयान के हवाले से बताया कि ग्रेटर मैनचेस्टर पुलिस अधिकारियों को गुरुवार सुबह 9.31 बजे क्रम्पसॉल के मिडलटन रोड स्थित प्रार्थना स्थल में एक आम नागरिक ने बुलाया था।

पुलिस बताया कि उसने एक कार को आम लोगों की ओर बढ़ते देखा। एक व्यक्ति पर चाकू से हमला होते भी देखा गया। बयान में आगे कहा गया, "सुबह 9.34 बजे फायरआर्म्स ऑफिसर्स को तैनात किया गया, क्योंकि पुलिस को आम नागरिकों से लगातार रिपोर्ट मिल रही थी कि एक सुरक्षा गार्ड पर चाकू से हमला किया गया है। जीएमपी ने सुबह 9.37 बजे 'प्लेटो' की घोषणा की।" यह राष्ट्रीय कोडवर्ड है जिसका इस्तेमाल पुलिस और इमरजेंसी सेवाओं द्वारा "आतंकवादी हमले" का जवाब देते समय किया जाता है। पुलिस ने सिलसिलेवार तरीके से पूरी घटना का विवरण पेश किया है।

पुलिस ने आगे लिखा है, "ग्रेटर मैनचेस्टर पुलिस अधिकारियों ने सुबह 9.38 बजे गोलियां चलाईं, जिसमें एक व्यक्ति को गोली लगी। पैरामेडिक्स 9.41 बजे घटनास्थल पर पहुंचे। घायलों को देख रहे हैं। वर्तमान में तीन आम नागरिक इस हमले में घायल हुए हैं।" वहीं, मैनचेस्टर के मेयर एंडी बर्नहैम ने बताया कि क्रम्पसॉल के मिडलटन रोड पर एक "गंभीर घटना" हुई थी। लेकिन ऐसा लगता है कि स्थिति पर काबू पा लिया गया है।

यह घटना योम किप्पुर के दिन हुई, जो यहूदियों के लिए सबसे पवित्र दिन है। यहूदी इसे प्रायश्चित का दिन मानते हैं। कम्युनिटी सिक्योरिटी ट्रस्ट (सीएसटी) ने इस घटना को यहूदी वर्ष के सबसे पवित्र दिन पर एक भयावह हमला बताया है।

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