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Iran-Israel War: ईरान ने डोनाल्ड ट्रंप को दो बार की मारने की कोशिश, नेतन्याहू के सनसनीखेज दावे से मचा हड़कंप

Iran-Israel War: इजरायल ने पिछले हफ्ते 'ऑपरेशन राइजिंग लॉयन' शुरू किया, जिसमें ईरान के परमाणु, मिसाइल और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया। बाद में ईरान ने इजरायल पर जवाबी हमले शुरू किए। इससे इजरायल पर ईरान की ओर से और जोरदार हमले की आशंका पैदा हो गई है। ईरान की कुछ मिसाइलें इजरायल की एयर डिफेंस सिस्टम को भेद कर देश के बीच में बने इमारतों को निशाना बनाने में सफल हुई हैं

Akhilesh Nath Tripathiअपडेटेड Jun 16, 2025 पर 2:21 PM
Iran-Israel War: ईरान ने डोनाल्ड ट्रंप को दो बार की मारने की कोशिश, नेतन्याहू के सनसनीखेज दावे से मचा हड़कंप
Iran-Israel War: ईरान के हमले में इजरायल के सात लोग मारे गए और कई दर्जन अन्य घायल हो गए हैं

Iran-Israel War: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान पर एक विस्फोटक आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया है कि ईरानी शासन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की दो बार हत्या करने की कोशिश की थी। नेतन्याहू ने ईरान को "दुश्मन नंबर एक" करार दिया। इस बीच, नेतन्याहू ने चेतावनी दी है कि इजरायल में नागरिकों को निशाना बनाने की ईरान को बहुत भारी कीमत चुकानी होगी। नेतन्याहू ने यह टिप्पणी तेल अवीव के नजदीक बात याम शहर में रविवार सुबह ईरानी मिसाइल हमले के स्थल का दौरा करते हुए की। इस हमले में कम से कम सात लोग मारे गए और कई दर्जन अन्य घायल हो गए हैं।

नेतन्याहू ने कहा कि उनके घर के बेडरूम में मिसाइल दागे जाने के बाद ईरान ने उन्हें भी निशाना बनाया था। ईरान के परमाणु हथियार कार्यक्रम को रोकने के प्रयासों में खुद को ट्रंप का 'जूनियर पार्टनर' बताते हुए इजरायली नेता ने स्थिति को एक तात्कालिक संकट बताया। नेतन्याहू ने फॉक्स न्यूज़ से कहा, "वे (ईरान ट्रंप को) उन्हें मारना चाहते हैं। वह दुश्मन नंबर एक है।"

उन्होंने आगे कहा, "वह एक निर्णायक नेता है... उसने इस नकली समझौते को उठाया और मूल रूप से इसे फाड़ दिया। उसने कासिम सुलेमानी को मार डाला। उसने यह बहुत स्पष्ट कर दिया, जिसमें अब यह भी शामिल है। आपके पास परमाणु हथियार नहीं हो सकता, जिसका मतलब है कि आप यूरेनियम को समृद्ध नहीं कर सकते। वह बहुत बलशाली रहा है। इसलिए उनके लिए, वह दुश्मन नंबर एक है।"

इजरायल ने शुक्रवार सुबह 'ऑपरेशन राइजिंग लॉयन' शुरू किया, जिसमें ईरान के परमाणु, मिसाइल और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया। बाद में ईरान ने इजरायल पर जवाबी हमले शुरू किए। इससे इजरायल पर ईरान की ओर से और जोरदार हमले की आशंका पैदा हो गई है। ईरान की कुछ मिसाइलें इजरायल की एयर डिफेंस सिस्टम को भेद कर देश के बीच में बने इमारतों को निशाना बनाने में सफल हुई हैं।

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