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Trump Tariff: नरम पड़े ट्रंप के सुर! कहा- नहीं पहुंचाना चाहते चीन को नुकसान

Trade War: अमेरिका और चीन के बीच चल रही कारोबारी जंग के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका चीन की मदद करना चाहता है, ना कि इसे नुकसान पहुंचाना चाहता है। उन्होंने ये बातें चीन पर 100% का अतिरिक्त टैरिफ लगाने के कुछ दिनों बाद कही। जानिए उनके कहने का मतलब क्या है और दोनों देशों के बीच टैरिफ वार (Tariff War) कहां तक पहुंच चुकी है?

Edited By: Moneycontrol Hindi Newsअपडेटेड Oct 13, 2025 पर 8:53 AM
Trump Tariff: नरम पड़े ट्रंप के सुर! कहा- नहीं पहुंचाना चाहते चीन को नुकसान
Trump Tariff: कुछ दिनों पहले चीन पर 100% का अतिरिक्त टैरिफ थोपने के बाद अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि वह चीन की मदद करना चाहते हैं, इसे नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते हैं।

Trump Tariff: कुछ दिनों पहले चीन पर 100% का अतिरिक्त टैरिफ थोपने के बाद अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि वह चीन की मदद करना चाहते हैं, इसे नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते हैं। उन्होंने ये बातें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में कही। चीन के साथ बढ़ते कारोबारी तनाव को कम करने की कोशिश करते हुए उन्होंने कहा कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग काफी सम्नाननीय शख्स हैं और उनके साथ बस एक खराब समय बीता है। ट्रंप ने जोर देकर कहा कि न तो वह चीन को आर्थिक मंदी की तरफ नहीं धकेलना चाहते हैं और न ही शी जिनपिंग।

कुछ दिनों पहले ट्रंप ने चीन पर लगाए थे आरोप

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के सुर चीन पर अभी नरम पड़ते दिख रहे हैं। हालांकि कुछ ही दिनों पहले उन्होंने चीन पर आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि चीन ने अपने सभी प्रोडक्ट्स खासतौर से रेयर अर्थ एलीमेंट्स के निर्यात पर प्रतिबंधों का ऐलान कर आक्रामक और शत्रुतपूर्ण कारोबारी कार्यवाही की है। ट्रंप ने इसके जवाब देने की बात कही थी और फिर बाद में 100% का अतिरिक्त शुल्क लगा ही दिया। हालांकि अब ट्रंप का कहना है कि वह चीन को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते हैं।

अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने भी बढ़ते कारोबारी विवाद को लेकर चीन से तार्किक रास्ता चुनने का आग्रह किया। अमेरिका के फॉक्स न्यूज के संडे मॉर्निंग फ्यूचर्स में बोलते हुए उन्होंने कहा कि आने वाले हफ्तों में इस बारे में बहुत कुछ पता चलेगा कि क्या चीन अमेरिका के साथ कारोबारी युद्ध शुरू करना चाहता है या वह वास्तव में उचित रुख अपनाना चाहता है।

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