अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने H-1B वीजा फीस बढ़ाकर 100,000 डॉलर कर दी है, उनके इस फैसले ने टेक और IT सेक्टर में काम करने वाले लोगों की टेंशन बढ़ा दी है। इधर दुनिया अभी ट्रंप के वीजा फीस बढ़ाने के फैसले और उसके असर पर चर्चा कर ही रही है, इस बीच चीन ने यह मौका भुनाने की कोशिश की और यंग IT और टेक एक्सपर्ट्स को लुभाने के लिए एक नई वीजा कैटेगरी की घोषणा कर दी। बीजिंग अपने सामान्य वीजा कैटेगरी में नई कैटेगरी 'के वीजा' (K Visa) जोड़ रहा है। साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथ्स (STEM) से जुड़े लोगों के लिए ये नया वीजा लाया जा रहा है।