सागवान का पेड़ आमतौर पर जंगलों में देखा जाता है, लेकिन अब किसान भाई इसे अपने खेतों में लगाने की तरफ तेजी से बढ़ रहे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण इसकी लकड़ी की कीमत और मार्केट में इसकी लगातार बनी रहने वाली मांग है। सागवान की लकड़ी मजबूत, टिकाऊ और दीमक-पानी से सुरक्षित होती है, इसलिए ये फर्नीचर, दरवाज़े, खिड़कियां और लक्ज़री इंटीरियर बनाने के लिए सबसे ज्यादा पसंद की जाती है। यही वजह है कि इसे “ग्रीन गोल्ड” कहा जाता है। सागवान की खेती न सिर्फ लंबे समय तक स्थिर आमदनी देती है, बल्कि यह किसानों के लिए कम मेहनत में अच्छी कमाई का साधन भी बन जाती है।
