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खेत की मेड़ पर लगाएं ये पेड़, तैयार होने पर देगा लाखों का रिटर्न

सागवान का पेड़ अब सिर्फ जंगलों में नहीं, बल्कि किसानों के खेतों में भी तेजी से लगाया जा रहा है। इसकी लकड़ी मजबूत, टिकाऊ और महंगी होने के कारण मार्केट में हमेशा मांग में रहती है। इसी वजह से इसे “ग्रीन गोल्ड” कहा जाता है और यह किसानों के लिए लंबी अवधि की कमाई का साधन है

MoneyControl Newsअपडेटेड Dec 11, 2025 पर 11:03 AM
खेत की मेड़ पर लगाएं ये पेड़, तैयार होने पर देगा लाखों का रिटर्न
How to cultivate teak: आज बाजार में सागवान की कीमत लगातार बढ़ रही है, इसलिए इसे लगाना बिल्कुल सही समय है।

सागवान का पेड़ आमतौर पर जंगलों में देखा जाता है, लेकिन अब किसान भाई इसे अपने खेतों में लगाने की तरफ तेजी से बढ़ रहे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण इसकी लकड़ी की कीमत और मार्केट में इसकी लगातार बनी रहने वाली मांग है। सागवान की लकड़ी मजबूत, टिकाऊ और दीमक-पानी से सुरक्षित होती है, इसलिए ये फर्नीचर, दरवाज़े, खिड़कियां और लक्ज़री इंटीरियर बनाने के लिए सबसे ज्यादा पसंद की जाती है। यही वजह है कि इसे “ग्रीन गोल्ड” कहा जाता है। सागवान की खेती न सिर्फ लंबे समय तक स्थिर आमदनी देती है, बल्कि यह किसानों के लिए कम मेहनत में अच्छी कमाई का साधन भी बन जाती है।

इसके अलावा, यह पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद है, क्योंकि इसे लगाने से खेत की मिट्टी सुरक्षित रहती है और खेत के किनारों को मजबूती मिलती है। इसलिए आज किसान भाई सागवान के पौधे लगाने में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे हैं।

मजबूत और टिकाऊ लकड़ी

सागवान की लकड़ी बहुत मजबूत होती है और सालों-साल खराब नहीं होती। पानी या दीमक से इसका कोई नुकसान नहीं होता। यही कारण है कि इससे प्रीमियम फर्नीचर, किचन कैबिनेट, दरवाजे, खिड़कियां और लक्जरी शोरूम का सामान बनाया जाता है। इसकी टिकाऊ गुणवत्ता और आकर्षक बनावट के कारण इसकी कीमत सामान्य लकड़ियों से कई गुना ज्यादा मिलती है।

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