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Budget 2025-26: गोल्ड पर बढ़ सकती है इंपोर्ट ड्यूटी, जानिए क्या है वजह

सरकार ने पिछले साल जुलाई में पेश बजट में गोल्ड पर इंपोर्ट ड्यूटी में बड़ी कमी की थी। इसे 15 फीसदी से घटाकर 6 फीसदी कर दिया था। इसका असर गोल्ड के इंपोर्ट पर पड़ा। अगस्त में गोल्ड का इंपोर्ट 101 फीसदी बढ़ गया था। बाद के महीनों में थोड़ी कमी आई। लेकिन, नवंबर में यह फिर से काफी बढ़ गया

MoneyControl Newsअपडेटेड Jan 28, 2025 पर 3:54 PM
Budget 2025-26: गोल्ड पर बढ़ सकती है इंपोर्ट ड्यूटी, जानिए क्या है वजह
इंडिया गोल्ड की खपत के मामले में दुनिया में दूसरे पायदान पर है।

सरकार गोल्ड पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ा सकती है। इसका ऐलान वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण यूनियन बजट में 1 फरवरी को कर सकती हैं। इकोनॉमिस्ट्स का कहना है कि सरकार ने पिछले साल जुलाई में यूनियन बजट में गोल्ड की इंपोर्ट ड्यूटी में बड़ी कमी की थी। इससे गोल्ड की खपत तो बढ़ी है, लेकिन गोल्ड ज्वैलरी का एक्सपोर्ट नहीं बढ़ा है। गोल्ड की खपत बढ़ने से फिस्कल डेफिसिट बढ़ा है। इसका असर रुपये पर पड़ा है। डॉलर के मुकाबले रुपया 87 के लेवल के करीब पहुंच गया है।

पिछले साल बजट में घटी थी इंपोर्ट ड्यूटी

वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने 23 जुलाई, 2024 को गोल्ड और सिल्वर पर इंपोर्ट ड्यूटी घटाने का ऐलान किया था। इसे 15 फीसदी से घटाकर 6 फीसदी कर दिया था। यह गोल्ड की इंपोर्ट ड्यूटी में अब तक की सबसे बड़ी कमी थी। इससे 2013 के बाद पहली बार गोल्ड पर इंपोर्ट ड्यूटी घटकर 10 फीसदी से नीचे आ गई थी। पिछले साल नवंबर के ट्रेड के डेटा 16 दिसंबर को रिलीज किए गए हैं। इससे पता चलता है कि इंडिया का ट्रेड डेफिसिट रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया है। इसमें गोल्ड इंपोर्ट बढ़ने का बड़ा हाथ है।

इंडिया गोल्ड की खपत के मामले में दूसरे पायदान पर

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