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Budget 2025-26: मोतीलाल ओसवाल ने बजट से पहले दी ये सलाह, फिर से बढ़ जाएगी इकोनॉमी की ग्रोथ

इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में जीडीपी की ग्रोथ घटकर 5.4 फीसदी पर आ गई है। इकोनॉमिस्ट्स और इंडस्ट्री के प्रतिनिधियों ने सरकार से जल्द कंजम्पशन बढ़ाने के उपाय करने की सलाह दी है। उनका मानना है कि अगर जल्द कंजम्प्शन बढ़ाने के उपाय नहीं किए गए तो इंडियन इकोनॉमी में बड़ी सुस्ती दिख सकती है

MoneyControl Newsअपडेटेड Jan 24, 2025 पर 5:48 PM
Budget 2025-26: मोतीलाल ओसवाल ने बजट से पहले दी ये सलाह, फिर से बढ़ जाएगी इकोनॉमी की ग्रोथ
मोतीलाल ओसवाल का मानना है कि सरकार को अगले वित्त वर्ष के लिए फिस्कल डेफिसिट का 4.5 फीसदी का टारगेट तय करना चाहिए।

ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल फाइनेंशियल सर्विसेज ने सरकार को बजट से पहले 5 सलाह दी है। अगर सरकार इन सलाहों को मानती है तो इकोनॉमी की रफ्तार फिर से बढ़ जाएगी। इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में जीडीपी की ग्रोथ घटकर 5.4 फीसदी पर आ गई है। इकोनॉमिस्ट्स और इंडस्ट्री के प्रतिनिधियों ने सरकार से जल्द कंजम्पशन बढ़ाने के उपाय करने की सलाह दी है। उनका मानना है कि अगर जल्द कंजम्प्शन बढ़ाने के उपाय नहीं किए गए तो इंडियन इकोनॉमी में बड़ी सुस्ती दिख सकती है।

टैक्स के नियमों को आसान बनाया जाए

सरकार को टैक्स के नियमों को आसान बनाने पर फोकस बढ़ाना होगा। जीएसटी की व्यवस्था लागू हुए 7 साल से ज्यादा हो गए हैं, लेकिन अब भी इस सिस्टम में कई खामियां हैं। सरकार को इनकम टैक्स के नियमों को भी आसान बनाने के उपाय करने होंगे। इससे टैक्स कंप्लायंस में लोगों की दिलचस्पी बढ़ेगी। इससे सरकार का रेवेन्यू बढ़ेगा।

राज्यों को पूंजीगत खर्च के लोन के लिए शर्त

मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि सरकार को राज्यों को पूंजीगत खर्च के लिए इंटरेस्ट फ्री लोन देने के लिए कुछ शर्तें तय करनी चाहिए। केंद्र को प्रदर्शन के आधार पर राज्यों को यह लोन देना चाहिए। इससे राज्यों में जिम्मेदारी की भावना बढ़ेगी। वे पूंजीगत खर्च करने में सावधानी बरतेंगे।

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