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Budget 2025: निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को टैक्स में देंगी राहत, जानिए अभी कितना लगता है टैक्स

टैक्स एक्सपर्ट्स का कहना है कि सरकार को सालाना 15-20 लाख रुपये तक की इनकम वाले लोगों पर टैक्स का बोझ घटाना चाहिए। इसकी वजह यह है कि जिस तरह से महंगाई बढ़ी है, उससे दिल्ली, मुंबई जैसे बड़े शहरों में एक परिवार के लिए सालाना 15-20 लाख रुपये की इनकम ज्यादा नहीं रह गई है

MoneyControl Newsअपडेटेड Dec 31, 2024 पर 12:19 PM
Budget 2025: निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को टैक्स में देंगी राहत, जानिए अभी कितना लगता है टैक्स
इकोनॉमिस्ट्स का मानना है कि लगातार बढ़ती महंगाई ने लोगों के खर्च करने की क्षमता घटा दी है।

यूनियन बजट 2025 से टैक्सपेयर्स की उम्मीदें काफी बढ़ गई हैं। 24 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक में इकोनॉमिस्ट्स ने मिडिल क्लास पर इनकम टैक्स का बोझ घटाने की सलाह दी थी। इकोनॉमिस्ट्स का मानना है कि लगातार बढ़ती महंगाई ने लोगों के खर्च करने की क्षमता घटा दी है। खासकर खानेपीने की चीजों की कीमतें काफी बढ़ गई हैं। अगर सरकार इनकम टैक्स में कमी करती है तो इससे लोगों के हाथों में ज्यादा पैसे बचेंगे। इससे वे ज्यादा खर्च कर सकेंगे। इससे कंजम्प्शन बढ़ेगा। इसका पॉजिटिव असर ग्रोथ पर पड़ेगा।

टैक्स घटाने के कई फायदें

टैक्स एक्सपर्ट्स का कहना है कि सरकार को सालाना 15-20 लाख रुपये तक की इनकम वाले लोगों पर टैक्स (Income Tax) का बोझ घटाना चाहिए। इसकी वजह यह है कि जिस तरह से महंगाई बढ़ी है, उससे दिल्ली, मुंबई जैसे बड़े शहरों में एक परिवार के लिए सालाना 15-20 लाख रुपये की इनकम ज्यादा नहीं रह गई है। ऐसे में अगर उन पर टैक्स का बोझ कम किया जाता है तो कंजम्प्शन बढ़ सकता है। कंजम्प्शन घटने का सीधा असर जीडीपी ग्रोथ पर पड़ा है। इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ घटकर 5.4 फीसदी पर आ गई है।

2020 में शुरू हुई थी नई टैक्स रीजीम

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