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Budget 2025: बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट पर बढ़ेगा टैक्स बेनेफिट, ELSS की जगह FD में निवेश करना पसंद करेंगे इनवेस्टर्स

अभी बैंक की टैक्स-सेविंग्स एफडी स्कीम में लॉक-इन पीरियड 5 साल है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि सरकार को इसमें कमी करना चाहिए। लॉक-इन पीरियड कम होने से इनवेस्टर्स बैंक की टैक्स-सेविंग्स एफडी की जगह म्यूचुअल फंड की ELSS में दिलचस्पी दिखाते हैं

MoneyControl Newsअपडेटेड Jan 06, 2025 पर 12:02 PM
Budget 2025: बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट पर बढ़ेगा टैक्स बेनेफिट, ELSS की जगह FD में निवेश करना पसंद करेंगे इनवेस्टर्स
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी, 2025 को यूनियन बजट में बैंक की टैक्स-सेविंग्स एफडी स्कीम के टैक्स नियमों में बदलाव का ऐलान कर सकती हैं।

यूनियन बजट 2025 में बैंक की टैक्स-सेविंग्स फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम के लिए बड़ा ऐलान हो सकता है। बैंक की टैक्स-सेविंग्स फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम में निवेश कर डिडक्शन क्लेम किया जा सकता है। इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80सी के तहत बैंक की टैक्स-सेविंग्स एफडी स्कीम में निवेश पर डिडक्शन क्लेम करने की इजाजत है। टैक्स एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर सरकार बैंक टैक्स-सेविंग्स एफडी स्कीम के टैक्स के नियमों में बदलाव करती है तो इससे म्यूचुअल फंड्स की टैक्स सेविंग्स के मुकाबले इसकी चमक बढ़ जाएगी।

बैंक की टैक्स-सेविंग्स एफडी स्कीम में 5 साल का लॉक-इन

अभी बैंक की टैक्स-सेविंग्स एफडी स्कीम (Bank Tax Savings FD Scheme) पर लॉक-इन पीरियड 5 साल है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि सरकार को इसमें कमी करना चाहिए। अगर यूनियन बजट 2025 में इस लॉक-इन पीरियड को घटाकर 3 साल किया जाता है तो इससे बैंक की टैक्स-सेविंग्स एफडी स्कीम की चमक बढ़ जाएगी। म्यूचुअल फंड्स की टैक्स सेविंग्स स्कीम का लॉक-इन पीरियड सिर्फ 3 साल है। बैंक की टैक्स-सेविंग्स एफडी का लॉक-इन पीरियड 5 साल होने से इनवेस्टर्स इसकी जगह म्यूचुअल फंड्स की ELSS स्कीम में निवेश करना पसंद करते हैं।

एफडी की इंटरेस्ट इनकम टैक्स के दायरे में

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