पंकज यादव की कहानी उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा है जो सोचते हैं कि वक्त या परिस्थितियां अपनी मंजिल तक पहुंचने में बाधा बन जाती हैं। पंकज ने तीन विषय फेल होने के बाद जब अपने शिक्षक से सुनाया कि अगर 60% अंक ला दो तो कुछ भी हासिल कर सकते हो, तो उन्होंने इसे चुनौती मान लिया। पिता के भरसक समर्थन से उन्होंने दुकान के एक कोने में पढ़ाई का ठिकाना बनाया और दिन-रात मेहनत शुरू की।