बिहार की सियासत में इस बार एक नया चैप्टर जुड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। लंबे समय से जाति और पारंपरिक वोट पैटर्न पर आधारित राजनीति के बीच अब बदलाव की हवा चल रही है। 2025 के विधानसभा चुनाव में कई उम्मीदवार ऐसे हैं जो डॉक्टर, इंजीनियर, वकील और प्रोफेसर जैसे प्रोफेशन से आते हैं। यहां तक कि एक उम्मीदवार डी.लिट डिग्री धारक भी है। यह इशारा है कि प्रदेश में मतदाता और राजनीतिक पार्टियां अब पढ़े-लिखे और सक्षम चेहरों को तवज्जो दे रही हैं और विकास व योग्यता आधारित राजनीति की ओर रुझान बढ़ रहा है।
