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बंगाल में चमके, बिहार में फुस्स: प्रशांत किशोर और उनके दो चुनावी भविष्यवाणियों की पूरी कहानी

बिहार चुनाव में प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। इतना ही नहीं. राजनीतिक रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर की चुनावी भविष्यवाणी भी बिहार चुनाव में बुरी तरह गलत साबित हुई। दिलचस्प बात यह है कि पांच साल पहले की गई प्रशांत किशोर की एक ऐसी ही भविष्यणावी ने उन्हें ‘चुनावी जादूगर’ की पहचान दिलाई थी

Edited By: Vikrant singhअपडेटेड Nov 15, 2025 पर 9:25 PM
बंगाल में चमके, बिहार में फुस्स: प्रशांत किशोर और उनके दो चुनावी भविष्यवाणियों की पूरी कहानी
प्रशांत किशोर की चुनावी भविष्यणावी बिहार में पूरी तरह गलत साबित हुई है

बिहार चुनाव में प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। इतना ही नहीं. राजनीतिक रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर की चुनावी भविष्यवाणी भी बिहार चुनाव में बुरी तरह गलत साबित हुई। दिलचस्प बात यह है कि पांच साल पहले की गई प्रशांत किशोर की एक ऐसी ही भविष्यणावी ने उन्हें ‘चुनावी जादूगर’ की पहचान दिलाई थी।

पहली भविष्यवाणी: 2020 का बंगाल चुनाव

दिसंबर 2020 में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान प्रशांत किशोर ने दावा किया कि "BJP दो अंकों को पार करने के लिए संघर्ष करेगी और 100 से कम सीटें आएंगी। अगर ऐसा नहीं हुआ, तो मैं अपना काम छोड़ दूंगा।" नतीजे आए और BJP 77 सीटों पर सिमट गई। प्रशांत किशोर की भविष्यवाणी सही निकली और उनके आत्मविश्वास को राष्ट्रीय पहचान मिली।

दूसरी भविष्यवाणी: 2025 का बिहार चुनाव

इस बार परिस्थितियां अलग थीं। प्रशांत किशोर खुद अपनी नई पार्टी के साथ चुनावी मैदान में थे। जून 2025 में उन्होंने कहा था, "आप इसे लिख सकते हैं। JDU अपनी दम पर 25 से अधिक सीटें नहीं ला पाएगी। अगर ऐसा हुआ, तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। चुनाव के बाद JDU का अस्तित्व ही संकट में होगा।"

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