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Cyclone Shakti: मानसून के आगे बढ़ने से अंडमान सागर पर 'चक्रवात शक्ति' का संकट, इन क्षेत्रों के लिए खतरे की घंटी

IMD Weather Update: यह चक्रवात 24 से 26 मई के बीच भारत में ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में खतरा उत्पन्न कर सकता है

Curated By: Abhishek Guptaअपडेटेड May 14, 2025 पर 9:46 AM
Cyclone Shakti: मानसून के आगे बढ़ने से अंडमान सागर पर 'चक्रवात शक्ति' का संकट, इन क्षेत्रों के लिए खतरे की घंटी
अंडमान सागर पर 'चक्रवात शक्ति' का खतरा

Cyclone Shakti: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बीते दिन देश में मानसून को लेकर बड़ी घोषणा की। IMD ने मंगलवार को ये बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून आधिकारिक रूप से शुरू हो गया है। इसका आगमन दक्षिण अंडमान सागर, निकोबार द्वीप समूह, दक्षिण बंगाल की खाड़ी और उत्तरी अंडमान सागर के कुछ हिस्सों में इसके हो चुका है। बताया गया कि मानसून के साथ ही अंडमान सागर के ऊपर हवा के एक चक्रवाती तंत्र की स्थिति है। इस तंत्र से 16 से 22 मई के बीच कम दबाव वाली प्रणाली बन सकती है और चक्रवात आने का खतरा मंडरा रहा है।

24 से 26 मई के बीच आ सकता है ‘चक्रवात शक्ति’

रिपोर्ट्स में बताया गया है कि बांग्लादेशी मौसम विज्ञानी मुस्तफा कमल पलाश ने अंडमान सागर के ऊपर बन रहे इस तंत्र के चक्रवात बनने का पूर्वानुमान लगाया है। उनका मानना है कि यह तंत्र 23 से 28 मई के बीच किसी समय एक चक्रवात का रूप ले सकता है। इसे फिलहाल ‘चक्रवात शक्ति’ नाम दिया गया है। अगर ये चक्रवात बनता है, तो 24 से 26 मई के बीच भारत में ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों के साथ-साथ बांग्लादेश में खुलना और चटगांव में खतरा उत्पन्न कर सकता है।

उत्तर प्रदेश और राजस्थान में भी हो सकती है गरज के साथ बारिश

मंगलवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में, आईएमडी ने कहा, 'अंडमान सागर के ऊपर एक ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 1.5 किमी और 7.6 किमी के बीच दक्षिण-पश्चिम की ओर झुका हुआ है'। मौसम विभाग ने उत्तर भारत में बनने वाले अन्य मौसम प्रणालियों के बारे में भी जानकारी साझा की। IMD ने बताया कि एक चक्रवाती परिसंचरण (हवाओं की एक घूर्णन प्रणाली) वर्तमान में उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश में और दूसरा पश्चिमी राजस्थान पर सक्रिय है। ये मौसम पैटर्न आसपास के क्षेत्रों में गरज के साथ बारिश ला सकते हैं।

कर्नाटक और कोलकाता में भी दिखेगा प्री-मानसून का असर

आईएमडी ने कर्नाटक के कई जिलों में एक पीला अलर्ट भी जारी किया है। इसके तहत 16 मई तक प्री-मानसून बारिश की संभावना जताई गई है। ऐसे ही कोलकाता में बुधवार को आंशिक रूप से बादल छाए रहने का संकेत है, वहीं शाम को गरज के साथ बारिश की संभावना है। मंगलवार को IMD ने अपने एक्स पर पोस्ट में लिखा कि, मानसून की उत्तरी सीमा लगातार आगे बढ़ रही है, और अगले 3-4 दिनों में इसके आगे बढ़ने के लिए अनुकूल परिस्थितियां मौजूद हैं। इसके दक्षिणी अरब सागर, मालदीव क्षेत्र, मध्य बंगाल की खाड़ी और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के बाकी हिस्सों में फैलने की संभावना है।

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