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Jharkhand: पत्नी के इलाज के लिए नहीं थे पैसे, मजबूरी में पिता ने एक महीने के बेटे को बेचा

Jharkhand : राम ने बताया कि उनके पास न पत्नी के इलाज के लिए पैसे थे और न ही बच्चों के खाने का इंतज़ाम करने के लिए। वह दिहाड़ी मजदूर हैं, लेकिन लगातार बारिश की वजह से कई महीनों से काम नहीं मिला। उन्होंने कहा कि बिचौलिया दंपति पैसे देने के बाद बच्चे को लातेहार जिले ले गया

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 07, 2025 पर 4:25 PM
Jharkhand: पत्नी के इलाज के लिए नहीं थे पैसे, मजबूरी में पिता ने एक महीने के बेटे को बेचा
झारखंड में गरीबी से मजबूर एक दंपति ने अपने एक महीने के बेटे को 50,000 रुपये में बेच दिया था।

झारखंड में गरीबी से मजबूर एक दंपति ने अपने एक महीने के बेटे को 50,000 रुपये में बेच दिया था। हालांकि, रविवार को पुलिस ने बच्चे को सुरक्षित बरामद कर लिया। यह कार्रवाई मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर की गई, जिन्होंने घटना का संज्ञान लेते ही पुलिस को तुरंत कदम उठाने का आदेश दिया। लेस्लीगंज के अंचल अधिकारी सुनील कुमार सिंह ने बताया कि पलामू जिले के लेस्लीगंज इलाके में रहने वाले दंपति ने गरीबी के कारण यह कदम उठाया था।

सामने आया हैरान करने वाला मामला

अधिकारियों ने बताया कि जैसे ही यह मामला सामने आया, पलामू जिला प्रशासन ने परिवार तक पहुँचकर उन्हें 20 किलो अनाज दिया और सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने की प्रक्रिया शुरू कर दी। बच्चे के पिता रामचंद्र राम ने मीडिया से कहा कि उन्होंने मजबूरी में अपने बेटे को पास के गाँव के एक दंपति को बेच दिया था। उनके पास न तो घर चलाने के लिए पैसे थे और न ही अपनी पत्नी पिंकी देवी के इलाज के लिए, जो प्रसव के बाद से बीमार थीं।

मजदूरी का काम करता है दंपति

राम ने बताया कि उनके पास न पत्नी के इलाज के लिए पैसे थे और न ही बच्चों के खाने का इंतज़ाम करने के लिए। वह दिहाड़ी मजदूर हैं, लेकिन लगातार बारिश की वजह से कई महीनों से काम नहीं मिला। उन्होंने कहा कि बिचौलिया दंपति पैसे देने के बाद बच्चे को लातेहार जिले ले गया। राम ने यह भी बताया कि उनका परिवार बेघर है और चार बच्चों के साथ एक जर्जर झोपड़ी में रातें गुजारने को मजबूर है।

यूपी का रहने वाला है परिवार

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