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Maratha Quota Protest: '2 सितंबर तक मुंबई की सड़कें खाली करो'; मनोज जरांगे के मराठा आरक्षण आंदोलन पर हाई कोर्ट ने उठाए सवाल

Maratha Quota Protest: भूख हड़ताल पर बैठे मनोज जरांगे के सपोर्ट में आरक्षण की मांग कर रहे मराठा समुदाय के सैकड़ों लोग सोमवार को छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) और दक्षिण मुंबई के अन्य इलाकों में उमड़ पड़े। इससे ट्रैफिक बाधित हुआ और यात्रियों को असुविधा हुई। अब बॉम्बे हाई कोर्ट ने उनसे सड़कों खाली करने को कहा है

Akhilesh Nath Tripathiअपडेटेड Sep 01, 2025 पर 5:56 PM
Maratha Quota Protest: '2 सितंबर तक मुंबई की सड़कें खाली करो'; मनोज जरांगे के मराठा आरक्षण आंदोलन पर हाई कोर्ट ने उठाए सवाल
Maratha Quota Protest: मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे मुंबई के आजाद मैदान में भूख हड़ताल कर रहे हैं

Maratha Quota Protest: बॉम्बे हाईकोर्ट ने सोमवार (1 सितंबर) को कहा कि कार्यकर्ता मनोज जरांगे के नेतृत्व में मराठा आरक्षण आंदोलन के कारण पूरा शहर ठहर गया है। यह प्रदर्शन शांतिपूर्ण नहीं है। इसमें सभी शर्तों का उल्लंघन किया गया है। इसी के साथ हाई कोर्ट ने मुंबई में सामान्य स्थिति बहाल करने का आग्रह किया। साथ ही जरांगे तथा उनके समर्थकों को हालात सुधारने तथा मंगलवार (2 सितंबर) दोपहर तक मुंबई की सभी सड़कें खाली करने का अवसर दिया। जरांगे 29 अगस्त से दक्षिण मुंबई स्थित आजाद मैदान में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे हैं।

मनोज जरांगे मराठा समुदाय को अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) कैटेगरी के तहत 10 प्रतिशत आरक्षण दिए जाने की मांग कर रहे हैं। उनके समर्थकों ने दावा किया कि जरांगे ने सोमवार से पानी पीना बंद कर दिया है। जस्टिस रवींद्र घुगे और जस्टिस गौतम अंखड की पीठ ने विशेष सुनवाई में कहा कि प्रदर्शनकारी आंदोलन के लिए निर्धारित स्थान आजाद मैदान पर नहीं रुके हैं। उन्होंने दक्षिण मुंबई के कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों को बाधित कर दिया है।

न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक हाई कोर्ट की पीठ ने कहा, "स्थिति गंभीर है और मुंबई शहर लगभग ठहर सा गया है।" अदालत ने कहा कि प्रदर्शनकारी छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) और चर्चगेट रेलवे स्टेशनों, मरीन ड्राइव सैरगाह और उच्च न्यायालय भवन जैसे महत्वपूर्ण स्थानों पर जमा हो गए हैं।

अदालत ने कहा कि आंदोलन शांतिपूर्ण नहीं है। जरांगे तथा अन्य प्रदर्शनकारियों ने दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान में शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अनुमति देते समय प्राधिकारों द्वारा निर्धारित प्रत्येक शर्त का उल्लंघन किया है।

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