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RBI MPC Meeting : RBI ने बाजार और इकोनॉमी को दिया डबल बूस्टर, जानिए अलग-अलग सेक्टरों पर क्या होगा असर

RBI CREDIT POLICY : लंबी अवधि में CRR कटौती से मार्जिन को सपोर्ट मिलेगा। रेट कटौती से क्रेडिट ग्रोथ बढ़ेगी और कॉर्पोरेट्स को सस्ता कर्ज मिल पाएगा। बैंकों का मुनाफा 1.5-2 फीसदी की रेंज में बढ़ेगा। एनारॉक ग्रुप का कहना है कि अब होम लोन सस्ते होते हुए नजर आएंगे। कम EMI से घर खरीदना आसान होगा। रियल एस्टेट सेक्टर में मांग अच्छी बढ़ेगी। अफोर्डेबल और मिड सेगमेंट में ज्यादा मांग संभव है

Edited By: Sudhanshu Dubeyअपडेटेड Jun 06, 2025 पर 5:40 PM
RBI MPC Meeting : RBI ने बाजार और इकोनॉमी को दिया डबल बूस्टर, जानिए अलग-अलग सेक्टरों पर क्या होगा असर
CREDAI का कहना है कि रेट कटौती से होम लोन सस्ता होगा। मिड और अफोर्डेबल सेगमेंट को बूस्ट मिलेगा। पहली बार घर खरीदने वालों को बड़ा तोहफा मिला है

RBI MPC Meeting : RBI ने बाजार और इकोनॉमी के डबल बूस्टर दिया है। RBI ने ब्याज दरों में 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती की है। साथ ही चार बार में CRR एक परसेंट घटाने का रोडमैप भी दिया है। इसका बाजार पर क्या असर दिखेगा इस पर बात करते हुए सीएनबीसी-आवाज़ के यतिन मोता ने कहा कि RBI रेट कट से सिस्टम में नकदी पर असर पड़ेगा। 4 चरणों में 1 फीसदी CRR कटौती से सिस्टम में 2-2.5 लाख करोड़ रुपए आएंगे। FY26 रियल GDP ग्रोथ अनुमान बिना बदलाव के 6.5 फीसदी बनाए रखा गया है। Q1FY26 के लिएरिटेल महंगाई अनुमान 4 फीसदी से घटाकर 3.7 फीसदी कर दिया गया है। कैपेक्स ग्रोथ की मदद से निफ्टी के FY26 EPS में 12-13 फीसदी का उछाल संभव है।

RBI रेट कट: बैंकों पर असर

लंबी अवधि में CRR कटौती से मार्जिन को सपोर्ट मिलेगा। रेट कटौती से क्रेडिट ग्रोथ बढ़ेगी और कॉर्पोरेट्स को सस्ता कर्ज मिल पाएगा। बैंकों का मुनाफा 1.5-2 फीसदी की रेंज में बढ़ेगा।

CRR, रेपो रेट कट का असर

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