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CJI गवई पर जूता फेंकने की कोशिश करने वाले वकील राकेश किशोर सस्पेंड, अनुशासनात्मक कार्यवाही भी शुरू

Attack on CJI BR Gavai: बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) ने सोमवार (6 अक्टूबर) को एक बयान जारी कर बताया कि खुली अदालत में CJI बीआर गवई पर हमला करने का प्रयास करने के बाद वकील राकेश किशोर को तत्काल प्रभाव से सभी अदालतों में वकालत करने से निलंबित कर दिया गया है। वह अब देश की किसी भी अदालत में प्रैक्टिस नहीं कर पाएंगे

Akhilesh Nath Tripathiअपडेटेड Oct 06, 2025 पर 7:32 PM
CJI गवई पर जूता फेंकने की कोशिश करने वाले वकील राकेश किशोर सस्पेंड, अनुशासनात्मक कार्यवाही भी शुरू
Attack on CJI BR Gavai: चीफ जस्टिस पर हमले की कोशिश करने वाले वकील राकेश किशोर पर अनुशासनात्मक कार्यवाही भी शुरू हो गई है

Attack on CJI BR Gavai: राकेश किशोर नाम के जिस सुप्रीम कोर्ट के वकील ने सोमवार (6 अक्टूबर) चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) बीआर गवई पर जूता फेंकने की कोशिश की थी बॉर काउंसिल ऑफ इंडिया ने उनका लाइसेंस तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने सोमवार को एक बयान जारी कर बताया कि खुली अदालत में CJI गवई पर हमला करने का प्रयास करने के बाद वकील राकेश किशोर को तत्काल प्रभाव से सभी अदालतों में वकालत करने से निलंबित कर दिया गया है। वह अब देश की किसी भी अदालत में वकालत नहीं कर पाएंगे।

किशोर को कारण बताओ नोटिस जारी कर 15 दिनों में जवाब मांगा गया है। उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही भी शुरू हो चुकी है। सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को कार्यवाही के दौरान 71 वर्षीय एक वकील ने CJI बीआर गवई की ओर कथित तौर पर जूता उछालने की कोशिश की।

घटना के बाद सीजीआई ने अपना संयम बनाए रखा। उन्होंने अदालत कक्ष में उपस्थित वकीलों से अपनी दलीलें जारी रखने का आग्रह किया। CJI ने हमले के बाद कहा, "इन सब बातों से विचलित मत होइए। हम विचलित नहीं हैं। इन बातों का मुझ पर कोई असर नहीं पड़ता"

कौन हैं राकेश किशोर?

वकीलों के अनुसार, यह घटना उस समय घटी जब चीफ जस्टिस और जस्टिस के. विनोद चंद्रन की पीठ वकीलों द्वारा उल्लेख किए गए मामलों की सुनवाई कर रही थी। आरोपी वकील की पहचान बाद में मयूर विहार निवासी 71 वर्षीय राकेश किशोर के रूप में की गई है। वह मंच के पास पहुंचा, अपना जूता निकाला और उसे जजों की ओर उछालने का प्रयास किया।

अदालत कक्ष में मौजूद सतर्क सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत हस्तक्षेप किया और हमले को रोका। वकील को तुरंत अदालत परिसर से बाहर ले जाया गया। जब वकील को ले जाया जा रहा था, तो उसे चिल्लाते हुए सुना गया, 'सनातन का अपमान नहीं सहेंगे।' सूत्रों के अनुसार, पुलिस सुप्रीम कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल के साथ बातचीत कर रही है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि वकील के कृत्य के पीछे के वास्तविक उद्देश्य के बारे में विस्तृत जानकारी अभी नहीं मिली है।

सीनियर वकीलों ने की हमले की निंदा

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