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Tahawwur Rana Extradition: विजय माल्या से लेकर गोल्डी बराड़ तक... तहव्वुर राणा के बाद अब इन हाई-प्रोफाइल भगोड़ों को भारत लाने की तैयारी

Tahawwur Rana Extradition: मुंबई में 26 नवंबर 2008 में हुए आतंकी हमलों के प्रमुख साजिशकर्ता तहव्वुर हुसैन राणा को गुरुवार (10 अप्रैल) शाम में एक विशेष विमान से नई दिल्ली लाया गया। अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने राणा के आवेदन को खारिज कर दिया था। उसके बाद प्रत्यर्पण से बचने का उसका आखिरी प्रयास विफल हो गया था। अब अन्य भगोड़ों को भारत लाने की तैयारी है

Akhilesh Nath Tripathiअपडेटेड Apr 10, 2025 पर 9:32 PM
Tahawwur Rana Extradition: विजय माल्या से लेकर गोल्डी बराड़ तक... तहव्वुर राणा के बाद अब इन हाई-प्रोफाइल भगोड़ों को भारत लाने की तैयारी
Tahawwur Rana Extradition: तहव्वुर हुसैन राणा के प्रत्यर्पण के बाद अब अन्य भगोड़ों को भारत लाने की तैयारी है

Tahawwur Rana Extradition: 26/11 मुंबई आतंकी हमलों में शामिल आतंकवादी तहव्वुर हुसैन राणा के सफल प्रत्यर्पण के बाद अब उन हाई-प्रोफाइल अपराधियों को भारत लाने की तैयारी है, जो वर्तमान में अन्य देशों में बैठे हुए हैं। इनमें भगोड़े कारोबारी विजय माल्या और नीरव मोदी के अलावा गोल्डी बराड़ और अर्श डल्ला जैसे गैंगस्टर एवं अलगाववादी भी शामिल हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) के 2024 के रिकॉर्ड के आधार पर उपलब्ध लेटेस्ट जानकारी के अनुसार, भारत ने 1 जनवरी, 2019 से देश में आतंकवादी गतिविधियों में शामिल व्यक्तियों सहित भगोड़ों के प्रत्यर्पण के लिए विभिन्न देशों से कुल 178 अनुरोध किए हैं।

अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट द्वारा 64 वर्षीय राणा का आवेदन खारिज किए जाने के बाद प्रत्यर्पण से बचने का उसका आखिरी प्रयास विफल रहा। अब उसे भारत लाया जा चुका है। 10 दिसंबर, 2024 को विदेश मंत्रालय ने कहा कि 1 जनवरी, 2019 से कुल 23 व्यक्तियों को सफलतापूर्वक प्रत्यर्पित किया गया है। MEA ने कहा कि केंद्र सरकार भगोड़े अपराधियों के प्रत्यर्पण के लिए कूटनीतिक प्रयास कर रही है। आज तक भारत ने 48 देशों के साथ प्रत्यर्पण संधियों पर हस्ताक्षर किए हैं।

इन हाई-प्रोफाइल प्रत्यर्पण का इंतजार

गोल्डी बराड़: लॉरेंस बिश्नोई गैंग क मुख्य गैंगस्टर गोल्डी बराड़ अभी कनाडा में रहता हैं। वह दिवंगत सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या सहित कई गंभीर अपराधों में वांछित है। जून 2022 में केंद्र ने उसके खिलाफ 'रेड नोटिस' जारी किया था। इसका मतलब है कि उसे किसी भी देश से गिरफ्तार किया जा सकता है। साथ ही उन देशों से प्रत्यर्पित किया जा सकता है जो इंटरपोल का सदस्य है।

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