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क्या प्लग में लगा चार्जर भी बना है बिजली की बर्बादी का कारण? जानिए सच्चाई

Mobile charger: अगर आप चार्जर को स्विच में ऑन छोड़ देते हैं, तो वह बिना फोन लगे भी थोड़ी बिजली खर्च करता है। ये आदत धीरे-धीरे बिजली बिल बढ़ा सकती है। ऐसे में बेहतर है कि इस्तेमाल के बाद चार्जर को प्लग से हटा दें, ताकि अनावश्यक बिजली की बर्बादी रोकी जा सके

MoneyControl Newsअपडेटेड Jun 30, 2025 पर 3:52 PM
क्या प्लग में लगा चार्जर भी बना है बिजली की बर्बादी का कारण? जानिए सच्चाई
Mobile charger: अगर आप पूरे महीने चार्जर को स्विच में ऑन छोड़ते हैं, तो इससे करीब 1 से 2 यूनिट बिजली खर्च हो सकती है।

क्या आपने कभी सोचा है कि मोबाइल चार्जर, जो हर घर में अक्सर स्विच में लगा ही रहता है, क्या वो बिना इस्तेमाल के भी बिजली खर्च करता है? हाल ही में सोशल मीडिया पर इसी को लेकर एक दावा वायरल हो रहा है जिसने लोगों के बीच भ्रम फैला दिया है। लोग सोच में पड़ गए हैं कि कहीं ये छोटी-सी लापरवाही उनकी जेब पर भारी तो नहीं पड़ रही! खासकर जब हर घर में दो से तीन मोबाइल और उतने ही चार्जर मौजूद हों, तब ये सवाल और भी अहम हो जाता है।

इस मुद्दे पर बहस इसलिए भी जरूरी हो जाती है क्योंकि ये सिर्फ बिजली की बचत नहीं, बल्कि पर्यावरण और सुरक्षा दोनों से जुड़ा हुआ मामला है। तो चलिए जानते हैं कि इस वायरल दावे में कितनी सच्चाई है और हमें क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।

क्या वाकई चार्जर करता है बिजली की चोरी?

इस सवाल का जवाब है हां, लेकिन बहुत कम मात्रा में। जब कोई चार्जर स्विच में लगा रहता है और ऑन रहता है, भले ही फोन उससे न जुड़ा हो, तब भी वो थोड़ा-बहुत करंट खींचता है। इसे "वैंपायर पावर" या "स्टैंडबाय पावर" कहा जाता है। औसतन एक चार्जर इस स्थिति में 0.1 से 0.5 वॉट बिजली खपत करता है।

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