मध्य प्रदेश (MP Elections) में इस बार के विधानसभा चुनावों में जिन नेताओं की साख दांव पर लगी है, उनमें ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) का नाम शामिल है। सिंधिया 2020 तक कांग्रेस के बड़े नेताओं में से एक थे। लेकिन, करीब साढे़ तीन साल पहले उनके भाजपा का दामन थाम लेने से कांग्रेस की कमलनाथ सरकार के हाथ से सत्ता फिसल गई थी। खासकर ग्वालियर-चंबल इलाके में सिंधिया का बड़ा असर है। 2020 में उनके साथ कांग्रेस के करीब 2 दर्जन विधायक भाजपा में शामिल हुए थे। अब सिंधिया पर अपने विधायकों को चुनाव में विजयी बनाने के साथ ही राज्य में फिर से भाजपा की सरकार बनवाने की जिम्मेदारी है। अगर भाजपा जीतती है तो इस बार मुख्यमंत्री कौन बनेगा? इस सवाल का जवाब आज किसी के पास नहीं है।
