अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित उत्तर नागपुर विधानसभा में इस साल 6 फीसदी यानी 64 हजार 618 वोटों की बढ़ोतरी हुई है। इस विधानसभा क्षेत्र में दलित और मुस्लिम समुदाय, जो कांग्रेस के पारंपरिक वोटर हैं, बड़ी संख्या में हैं। अगर ये वोट बंटे, तो इसका सीधा फायदा बीजेपी को होगा। हालांकि, अगर ये वोटर लोकसभा की तरह इस साल भी कांग्रेस के पास गया, तो बीजेपी को नुकसान हो सकता है। उत्तर नागपुर सीट पर 2019 में कांग्रेस के डॉ. नितिन राऊत 20,000 वोटों से जीते थे। उस वक्त 3,75,000 वोटों में से 1,93,000 यानी 52 फीसदी वोट पड़े थे।