महायुति के भीतर मनमुटाव अब चुनाव से ठीक पहले कई मौकों पर खुलकर सामने आ रहा है। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिव सेना और अजीत पवार के नेतृत्व वाली NCP ने कई विधानसभा क्षेत्रों में एक दूसरे के खिलाफ ही उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है, जिससे एक अजीब राजनीतिक स्थिति पैदा हो गई। हालांकि, ये उम्मीदवार तकनीकी रूप से महायुति से ही जुड़े हैं, लेकिन स्थिति बड़ी अजीब हो जाती है, जब वे एक-दूसरे के खिलाफ प्रचार करते हुए दिखते हैं, जिससे भ्रम और तनाव होता है।