Get App

Telangana Elections 2023: केसीआर इस बार दो सीटों से लड़ रहे चुनाव, क्या उन्हें गजवेल के मतदाताओं पर भरोसा नहीं है?

यह पहली बार नहीं है जब केसीआर दो सीट से ताल ठोंक रहे हैं। 2004 और 2014 में उन्होंने एक लोकसभा और एक विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था। दोनों बार राज्य में विधानसभा और लोकसभा के चुनाव एक साथ हुए थे। लेकिन, 2018 में उन्होंने सिर्फ गजवेल से चुनाव लड़ने का फैसला किया था

MoneyControl Newsअपडेटेड Nov 02, 2023 पर 2:16 PM
Telangana Elections 2023: केसीआर इस बार दो सीटों से लड़ रहे चुनाव, क्या उन्हें गजवेल के मतदाताओं पर भरोसा नहीं है?
केसीआर ने बतौर विधायक और मुख्यमंत्री गजवेल के प्रतिनिधि के रूप में इस इलाके का काफी विकास किया है। उन्होंने गजवेल का चेहरा बदल दिया है। खासकर रियल्टी सेक्टर और एजुकेशन के क्षेत्र में गजवेल की तरक्की देखने लायक है।

BRS प्रमुख के चंद्रशेखर राव (KCR) को क्या इस बार गजवेल का चुनावी मैदान आसान नहीं लग रहा है? वह कई बार से इस सीट से जीत हासिल करते आ रहे हैं। इस बार उन्होंने गजवेल के अलावा कामारेड्डी से चुनाव लड़ने का फैसला किया है। इस बार अगर वह गजवेल से चुनाव जीत जाते हैं तो इस सीट से तीन बार चुनाव जीतने का रिकॉर्ड उनके नाम होगा। यह पहली बार नहीं है जब केसीआर दो सीट से ताल ठोंक रहे हैं। 2004 और 2014 में उन्होंने एक लोकसभा और एक विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था। दोनों बार राज्य में विधानसभा और लोकसभा के चुनाव एक साथ हुए थे। लेकिन, 2018 में उन्होंने सिर्फ गजवेल से चुनाव लड़ने का फैसला किया था। इसलिए इस बार दो सीटों से चुनाव लड़ने के फैसले पर सवाल उठ रहे हैं। केसीआर के शिष्य रह चुके इतेला राजेंदर ने गजवेल से चुनाव लड़ने का फैसला किया है। ऐसा लगता है कि राजेंदर का चुनावी मैदान में उतरना केसीआर की चिंता बढ़ा रहा है। कट्टर विरोधी बन चुके राजेंदर के खिलाफ चुनाव जीतकर हैट्रिक बनाने में केसीआर को दिक्कत आ सकती है।

गजवेल विकास की दौड़ में दूसरे इलाकों से आगे

केसीआर ने बतौर विधायक और मुख्यमंत्री गजवेल के प्रतिनिधि के रूप में इस इलाके का काफी विकास किया है। उन्होंने गजवेल का चेहरा बदल दिया है। खासकर रियल्टी सेक्टर और एजुकेशन के क्षेत्र में गजवेल की तरक्की देखने लायक है। यह बड़ी संख्या में एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स का हब बन गया है, जो KG से लेकर PG तक का एजुकेशन ऑफर करते हैं। येरावल्ली में केसीआर के फॉर्म हाउस से नजदीक स्थित होने के कारण गजवेल की ज्यादातर जमीन के लिए सिंचाई की अच्छी सुविधा उपलब्ध है। 200 एकड़ में फैले इस फॉर्म हाउस को गोदावरी नदीं से पर्याप्त पानी मिलता है।

हैदराबाद से नजदीक होने का मिलता है फायदा

सब समाचार

+ और भी पढ़ें