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कंपनियों को सस्ती पूंजी उपलब्ध कराने में मददगार साबित होगा बजट 2023 : अरविंद विरमानी

नीति आयोग के सदस्य और मशहूर इकोनॉमिस्ट अरविंद विरमानी ने कहा कि वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने यूनियन बजट 2023 में फिस्कल कंसॉलिडेशन पर फोकस रखने के साथ इकोनॉमिक ग्रोथ तेज करने के उपाय भी किए हैं। अगले फाइनेंशियल ईयर में कैपिटल एक्सपेंडिचर 33 फीसदी बढ़ाया गया है

Curated By: Rakesh Ranjanअपडेटेड Feb 08, 2023 पर 9:48 AM
कंपनियों को सस्ती पूंजी उपलब्ध कराने में मददगार साबित होगा बजट 2023 : अरविंद विरमानी
नीति आयोग (Niti Aayog) के सदस्य अरविंद विरमानी (Arvind Virmani) ने फिस्कल कंसॉलिडेशन पर फोकस करने के लिए वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण की तारीफ की।

नीति आयोग (Niti Aayog) के सदस्य अरविंद विरमानी (Arvind Virmani) ने फिस्कल कंसॉलिडेशन पर फोकस करने के लिए वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) की तारीफ की है। 1 फरवरी को पेश बजट में वित्तमंत्री ने अगले फाइनेंशियल ईयर में फिस्कल डेफिसिट 5.9 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। यह इस फाइनेंशियल ईयर (2022-23) के 6.4 फीसदी के अनुमान से कम है। विरमानी ने यह भी कहा है कि यूनियन बजट 2023 कंपनियों के लिए पूंजी की कॉस्ट घटाने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि वित्तमंत्री ने अगले फाइनेंशियल ईयर में कैपिटल एक्सपेंडिचर 10 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान जताया है। यह इस फाइनेंशियल ईयर के 7.5 लाख करोड़ रुपये के मुकाबले 33 फीसदी ज्यादा है। इससे इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। साथ ही इकोनॉमिक ग्रोथ भी तेज होगी।

फिस्कल डेफिसिट पर सरकार का फोकस बना रहेगा

उन्होंने कहा, "फिस्कल कंसॉलिडेशन के मामले में वित्तमंत्री ने कहा है कि वह इस पर (फिस्कल कंसॉलिडेशन) पर अपना फोकस बनाए रखेंगी... इसलिए ऐसे वक्त जब ग्लोबल इकोनॉमी में काफी अनिश्चितता दिख रही है, यह बहुत मायने रखता है, क्योंकि इससे इंडियन कंपनियों के लिए उपलब्ध इंटरेस्ट रेट्स पर असर पड़ेगा।"

फिस्कल डेफिसिट 4.5 फीसदी से नीचे लाना चाहती है सरकार

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