Get App

इन 5 वजहों से इंडिया की ग्रोथ स्टोरी को आगे बढ़ाने में मददगार साबित होगा Budget 2023

यूनियन बजट 2023 अगले साल लोकसभा चुनावों से पहले आने वाला अंंतिम पूर्ण बजट है। इसके बावजूद इसमें सरकार की वित्तीय स्थिति सुधारने पर फोकस किया गया है। इसमें इंडिया की ग्रोथ स्टोरी को आगे बढ़ाने वाले उपायों पर जोर दिया गया है

Translated By: Rakesh Ranjanअपडेटेड Feb 07, 2023 पर 3:17 PM
इन 5 वजहों से इंडिया की ग्रोथ स्टोरी को आगे बढ़ाने में मददगार साबित होगा Budget 2023
इस बजट में पूंजीगत खर्च के लिए 10 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। यह GDP का करीब 3.3 फीसदी है। यह फाइनेंशियल ईयर 2019-2020 के मुकाबले तीन गुना है।

त्रिदीप भट्टाचार्य

इलेक्शंस से पहले आने वाले यूनियन बजट (Union Budget 2023) पर फाइनेंशियल मार्केट्स की करीबी नजरें होती हैं। मार्केट्स को बजट में लोकलुभावन उपायों के ऐलान का डर होता है। उन्हें आशंका होती है कि लोगों को खुश करने वाले उपायों पर ज्यादा जोर की वजह से वित्तीय अनुशासन पर सरकार का ध्यान घट सकता है। लेकिन, यूनियन बजट 2023 (Budget 2023) इस मामले में अलग है। इसमें न सिर्फ सरकार की वित्तीय सेहत का ध्यान रखा गया है बल्कि भविष्य में तेज इकोनॉमिक ग्रोथ के भी उपाय किए गए हैं। इस 'पंचामृत' बजट में भले ही बहुत बड़े ऐलान नहीं दिख रहे हों लेकिन इंडिया की ग्रोथ स्टोरी को आगे बढ़ाने में इसका बड़ा योगदान होगा। आइए इस बजट की खास बातों को समझने की कोशिश करते हैं।

1. पूंजी निर्माण पर ज्यादा फोकस

इस बजट में पूंजीगत खर्च के लिए 10 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। यह GDP का करीब 3.3 फीसदी है। यह फाइनेंशियल ईयर 2019-2020 के मुकाबले तीन गुना है। सरकार ने कोरोना की महामारी के बाद इकोनॉमी को सहारा देने के लिए पूंजीगत खर्च पर अपना फोकस बढ़ाया था। अगले फाइनेंशियल ईयर के लिए पूंजीगत खर्च में 33 फीसदी की वृद्धि से इंफ्रास्ट्रक्चर, कैपिटल गुड्स, रेलवे और डिफेंस पर खर्च बढ़ने की उम्मीद है।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें