Union Budget 2023 : वर्ष 2023 की शुरुआत से जारी फॉरेन पोर्टफोलियो इनवेस्टर्स (FPIs) की बिकवाली शेयर बाजार की चिंता बढ़ा रही है। इसकी एक वजह बाहरी जोखिम हैं तो कुछ एक्सपर्ट्स भारतीय बाजारों को महंगा भी बता रहे हैं। हालांकि, अगर बजट 2023 के कुछ ऐलान विदेशी निवेशकों को लुभाने में खासे मददगार हो सकते हैं। यही नहीं, इससे डॉमेस्टिक इंस्टीट्यूशन इनवेस्टर्स (DIIs) की भी घरेलू बाजार में खरीदारी बढ़ सकती है। एनएसडीएल डेटा (NSDL data) के मुताबिक, 1 जनवरी से 21 जनवरी के बीच एफपीआई भारतीय बाजारों से 15,236 करोड़ रुपये निकाल चुके हैं। वहीं, इससे पिछले महीने में उन्होंने 11,119 करोड़ रुपये की लिवाली की थी। हालांकि, एफपीआई ने 2022 में कुल 1,21,439 करोड़ रुपये की बिकवाली की।
