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Haldiram & Bikaji: दिलचस्प है अग्रवाल ब्रदर्स की कहानी, जिनका देश के 50% से ज्यादा नमकीन बाजार पर कब्जा है

अभी हल्दीराम के दिल्ली के बिजनेस को मनोहरलाल और मधुसूदन अग्रवाल चलाते हैं। नागपुर बिजनेस को शिव किशन अग्रवाल चलाते हैं। बीकानेर का बिजनेस शिव रतन अग्रवाल के जिम्मे है। कोलकाता का बिजनेस रामेश्वरलाल के बेटे प्रभु अग्रवाल के जिम्मे है

MoneyControl Newsअपडेटेड Nov 22, 2022 पर 12:01 PM
Haldiram & Bikaji: दिलचस्प है अग्रवाल ब्रदर्स की कहानी, जिनका देश के 50% से ज्यादा नमकीन बाजार पर कब्जा है
फाइनेंशियल ईयर 2021-22 में हल्दीराम की दोनों कंपनियों का कंबाइंड रेवेन्यू करीब 9000 करोड़ रुपये था।

Haldiram & BikajiBikaji की लिस्टिंग के एक हफ्ते बाद कंपनी के प्रमोटर के शिव रतन अग्रवाल के भाइयों ने भी IPO का प्लान बनाना शुरू कर दिया है। सीएनबीसी-टीवी18 को मिली जानकारी के मुताबिक, वे अगले 18 महीने में आईपीओ पेश कर सकते हैं। ये इंडिया में स्नैक के सबसे बड़े ब्रांड हल्दीराम्स (Haldiram's) के मालिक हैं। ये दिल्ली और नागपुर के अपने बिजनेस का विलय कर रहे हैं। इसका मकसद हल्दीराम्स को इंडिया में और मजबूत बनाना है। नागपुर की हल्दीराम फूड्स इंटरनेशनल (Haldiram Foods International) को सबसे बड़े भाई शिव किशन अग्रवाल चलाते हैं। दिल्ली की हल्दीराम स्नैक्स को छोटे भाई मनोहर अग्रवाल और मधुसूदन अग्रवाल चलाते हैं। ज्यादातर लोगों को यह पता नहीं होगा कि अभी हल्दीराम की दो कंपनियां है। इसके अलावा बीकाजी और हल्दीराम के मालिक भाई हैं।

बीकानेर की भुजिया देशभर में छा गई

गंगा बिशन अग्रवाल जब 11 साल के थे, तब उन्होंने पिता के भुजिया बिजनेस में हाथ बंटाना शुरू कर दिया था। उनका उपनाम (nickname) हल्दीराम था। बीकानेर की भुजिया मशूहर थी। इसे चने के आटा या बेसन से बनाया जाता था। लेकिन, गंगा बिशन ने थोड़ा अलग तरह से भुजिया बनाने का फैसला किया। यह थोड़ी पतली थी, जिसे बेसन की जगह मोठ आटे से बनाया जाता था। उनका यह प्रयोग सफल रहा। दिन-ब-दिन हल्दीराम का कारोबार बढ़ता गया। फाइनेंशियल ईयर 2021-22 में हल्दीराम की दोनों कंपनियों का कंबाइंड रेवेन्यू करीब 9000 करोड़ रुपये था।

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