Get App

Yes Bank के बनने-बिगड़ने की पूरी कहानी, 400 रुपये तक उड़ान भरने वाला शेयर अब हांफ रहा 20 रुपये तक पहुंचने में

यस बैंक में गड़बड़ी कहां से शुरू हुई और इसके को-फाउंडर राणा कपूर (Rana Kapoor) की इसमें क्या भूमिका है, इसे समझने के लिए सिलसिलेवार नीचे बताया जा रहा है।

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Nov 27, 2022 पर 2:25 PM
Yes Bank के बनने-बिगड़ने की पूरी कहानी, 400 रुपये तक उड़ान भरने वाला शेयर अब हांफ रहा 20 रुपये तक पहुंचने में
यस बैंक (Yes Bank) देश का माना-जाना प्राइवेट बैंक था लेकिन मार्केट में इसकी स्थिति डांवाडोल हुई है। शेयरों की भाषा में बात करें तो इसके भाव कभी 400 रुपये के करीब पहुंच रहे थे लेकिन अब यह 20 रुपये को भी पार करने के लिए हांफ रहा है।

यस बैंक (Yes Bank) देश का माना-जाना प्राइवेट बैंक था लेकिन मार्केट में इसकी स्थिति डांवाडोल हुई है। शेयरों की भाषा में बात करें तो इसके भाव कभी 400 रुपये (Yes Bank Share Price) के करीब पहुंच रहे थे लेकिन अब यह 20 रुपये को भी पार करने के लिए हांफ रहा है। यह बैंक अभी 20 साल का भी नहीं है और इसमें काफी उतार-चढ़ाव आ चुका है। यस बैंक में गड़बड़ी कहां से शुरू हुई और इसके को-फाउंडर राणा कपूर (Rana Kapoor) की इसमें क्या भूमिका है, इसे समझने के लिए सिलसिलेवार नीचे बताया जा रहा है। यस बैंक के शेयर आज 25 नवंबर को 17.15 रुपये के भाव पर ट्रेड हो रहे हैं।

Yes Bank पर ऐसा हुआ राणा कपूर का एकछत्र नियंत्रण

यस बैंक को 2003-04 में बैंकिंग लाइसेंस मिला। इसके कुछ समय बाद इसके प्रमोटर्स राणा कपूर (Rana Kapoor) और अशोक कपूर (Ashok Kapur) ने अपने पार्टनर हरकीरत सिंह को बैंक से निकाल दिया। Kapoor-Kapur की योजना एक ऐसा निजी बैंक बनाने की थी जो एनबीएफसी (नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी) की तरह आक्रामक तरीके से काम कर सके। उन्होंने कम समय में अधिक पैसे बनाने के लिए धीरे-धीरे बढ़ रहे खुदरा कारोबार की बजाय होलसेल बिजनेस पर दांव लगाया।

यस बैंक अपने समय की बैंकिंग इंडस्ट्री के लिए नई हवा के तौर पर था क्योंकि इससे पहले बैंकिंग धीमा बिजनेस था। राणा कपूर ने बैंक को स्पांसर करने के लिए मेगा कांफ्रेंस करना शुरू किया। 26/11 के मुंबई आतंकी हमले में अशोक कपूर की मौत के बाद कपूर ने यस बैंक का मैनेजमेंट संभाल लिया और अब यस बैंक उनके हिसाब से आगे बढ़ने लगा।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें