Get App

SBI, HDFC बैंक, IRFC से लेकर टाटा कैपिटल तक... S&P ने 10 कंपनियों की बढ़ाई रेटिंग

S&P Global Ratings ने भारत की 10 प्रमुख वित्तीय संस्थाओं की क्रेडिट रेटिंग को अपग्रेड किया है। इसमें SBI, HDFC बैंक से लेकर टाटा कैपिटल जैसी कंपनियां शामिल हैं। जानिए किस वजह से बदली गई इनकी रेटिंग।

Edited By: Suneel Kumarअपडेटेड Aug 16, 2025 पर 8:57 PM
SBI, HDFC बैंक, IRFC से लेकर टाटा कैपिटल तक... S&P ने 10 कंपनियों की बढ़ाई रेटिंग
S&P ने गुरुवार को भारत की सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग 18 साल बाद बढ़ाकर ‘BBB’ कर दी थी।

ग्लोबल रेटिंग एजेंसी S&P Global Ratings ने शुक्रवार को भारत की टॉप 10 वित्तीय संस्थाओं की क्रेडिट रेटिंग अपग्रेड की। इसमें देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के साथ HDFC बैंक, ICICI बैंक, Axis बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन बैंक शामिल हैं। इनमें तीन वित्तीय कंपनियां बजाज फाइनेंस, टाटा कैपिटल, L&T फाइनेंस शामिल हैं। इससे एक दिन पहले एजेंसी ने भारत की सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग बढ़ाई थी।

एजेंसी ने कहा कि भारत की वित्तीय संस्थाएं देश की मजबूत आर्थिक ग्रोथ का लाभ उठाएंगी और सिस्टम में खराब कर्ज की रिकवरी जैसे सुधारों से फायदा होगा। रिपोर्ट के मुताबिक, अगले 12-24 महीनों में भारतीय बैंक पर्याप्त एसेट क्वालिटी, बेहतर प्रॉफिटेबिलिटी और मजबूत कैपिटलाइजेशन बनाए रखेंगे, भले ही कुछ क्षेत्रों में दबाव देखने को मिले।

वित्तीय संस्थान नई रेटिंग पुरानी रेटिंग आउटलुक
SBI BBB BBB- Stable
HDFC Bank BBB BBB- Stable
ICICI Bank BBB BBB- Stable
Axis Bank BBB BBB- Stable
Kotak Mahindra Bank BBB BBB- Stable
Union Bank of India BBB BBB- Stable
Indian Bank BBB BBB- Stable
Bajaj Finance BBB BBB- Stable
Tata Capital BBB BBB- Stable
L&T Finance BBB BBB- Stable

Sovereign Rating से जुड़ा असर

S&P ने गुरुवार को भारत की सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग 18 साल बाद बढ़ाकर ‘BBB’ कर दी थी। एजेंसी ने कहा कि भारत की मजबूत आर्थिक बुनियाद और अनुकूल मौद्रिक नीतियां अगले 2-3 साल तक ग्रोथ को सपोर्ट करेंगी। हालांकि, कई वित्तीय संस्थाओं की रेटिंग सॉवरेन रेटिंग से जुड़ी रहती है क्योंकि उन पर सरकार का सीधा और अप्रत्यक्ष प्रभाव होता है।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें