रिजर्व बैंक ने 4 दिसंबर को यूपीआई लाइट वॉलेट की सीमा बढ़ाकर 5,000 रुपये और इससे जुड़े प्रति ट्रांजैक्शन सीमा बढ़ाकर 1,000 रुपये कर दी। इस बढ़ोतरी का मकसद मोबाइल फोन के जरिये इस पॉपुलर इंस्टैंट पेमेंट सिस्टम को प्रोत्साहित करना है। यूपीआई लाइट ट्रांजैक्शंस इस हद तक ऑफलाइन हैं कि इसमें एडिशन फैक्टर ऑफ ऑथेंटिकेशन (AFA) की जरूरत नहीं है और ट्रांजैक्शन अलर्ट रियल टाइम में नहीं भेजे जाते हैं।
