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Basmati Rice: बासमती चावल पर छिड़ा बवाल, न्यूजीलैंड और केन्या के कोर्ट में APEDA की याचिका खारिज

न्यूजीलैंड और केन्या की अदालतों ने TRIPS (ट्रेड रिलेटेड इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स) समझौते का हवाला देते हुए बासमती चावल पर भारत के एक्सलूसिव बासमती मार्केटिंग राइट्स की याचिका खारिज कर दिया है

MoneyControl Newsअपडेटेड Nov 20, 2025 पर 5:50 PM
Basmati Rice: बासमती चावल पर छिड़ा बवाल, न्यूजीलैंड और केन्या के कोर्ट में APEDA की याचिका खारिज
APEDA ने कोर्ट में कहा बासमती चावल को जियो टैगिंग हासिल है। टैग एक्सक्लूसिव मार्केटिंग राइट्स मिलता है।

Basmati Rice:न्यूजीलैंड और केन्या के कोर्ट में APEDA (Agricultural and Processed Food Products Export Development Authority) की याचिका खारिज हो गई है। न्यूजीलैंड और केन्या की अदालतों ने TRIPS (ट्रेड रिलेटेड इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स) समझौते का हवाला देते हुए बासमती चावल पर भारत के एक्सलूसिव बासमती मार्केटिंग राइट्स की याचिका खारिज कर दिया है।

दोनों देशों की अदालतों ने स्पष्ट किया कि TRIPS को सीधे आधार बनाकर GI (Geographical Indication) सुरक्षा नहीं दी जा सकती, जब तक कि संबंधित देश के घरेलू कानूनों की आवश्यकताओं को पूरा नहीं किया जाए।

क्या थी APEDA की अपील?

न्यूजीलैंड में बासमती के रजिस्ट्रेशन की मांग थी। APEDA vs ट्रेडमार्क एक्ट के तहत न्यूजीलैंड में बासमती के रजिस्ट्रेशन की मांग की थी। केन्या ने चावल की 6 किस्मों को ट्रेडमार्क दिया। इन सभी किस्मों में बासमती शब्द शामिल है। APEDA ने ट्रेडमार्क देने पर आपत्ति जताई है।

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