तेल और महंगा हो सकता है? कच्चे तेल के उत्पादक देशों के संगठन OPEC+ ने सप्लाई में कटौती के फैसले को और आगे खिसका दिया है। इसके चलते अब वैश्विक मार्केट में तेल की सप्लाई पर असर पड़ने के आसार हैं जिससे तेल के भाव में आग लग सकती है। दो दिनों की मामूली गिरावट के बाद वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट फ्यूचर्स 82 डॉलर प्रति बैरल तक बढ़ गया तो ब्रेंट क्रूड भी 86 डॉलर से ऊपर चला गया। इस साल 2024 में अब तक अमेरिकी क्रूड बेंचमार्क में 14% की बढ़ोतरी हुई है। तेल उत्पादक देशों के समूह ने उत्पादन में प्रतिदिन 20 लाख बैरल की कटौती के फैसले को जून तक बढ़ा दिया है। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि वैश्विक स्तर पर तेल के भंडार में गिरावट आ सकती है।