क्रिकेट के मैदान पर भारतीय टीम ने एक बार फिर इतिहास रच दिया। चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में न्यूजीलैंड को धूल चटाते हुए भारत ने तीसरी बार इस प्रतिष्ठित खिताब पर कब्जा जमाया। लेकिन ये सिर्फ एक जीत नहीं थी, बल्कि 25 साल पुराने जख्म पर मरहम लगाने जैसा था। साल 2000 में जब न्यूजीलैंड ने इसी फाइनल में भारत को हराया था, तब किसी ने नहीं सोचा था कि एक दिन इतिहास खुद को दोहराएगा, और इस बार विजेता के रूप में भारत चमकेगा। टीम इंडिया ने 252 रनों का लक्ष्य हासिल कर न सिर्फ ट्रॉफी उठाई, बल्कि कीवी टीम का सपना भी तोड़ दिया।